- पीएम मोदी ने कहा कि किसान पुत्र धनखड़ जी अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं।
- उन्होंने कहा कि उन्हें कानूनी, विधायी के साथ ही राज्यपाल के रूप में भी काम करने का अनुभव है।
- पीएम ने कहा कि धनखड़ संविधान के उत्कृष्ट जानकार हैं और विधायी मामलों पर भी उनकी अच्छी पकड़ है।
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को शनिवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनखड़ को किसान का बेटा और संविधान का जानकार बताया और उम्मीद जताई कि वह राज्यसभा के सभापति के रूप में उत्कृष्ट साबित होंगे। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की संसदीय बोर्ड की बैठक में धनखड़ को एनडीए का उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला हुआ। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया।
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि किसान पुत्र धनखड़ जी अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। उन्हें कानूनी, विधायी के साथ ही राज्यपाल के रूप में भी काम करने का अनुभव है। उन्होंने हमेशा किसानों, युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े लोगों के लिए काम किया। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि वह एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे।
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि धनखड़ संविधान के उत्कृष्ट जानकार हैं और विधायी मामलों पर भी उनकी अच्छी पकड़ है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि राज्यसभा के उत्कृष्ट सभापति होंगे और राष्ट्र की प्रगति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सदन की कार्यवाही का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
कौन हैं जगदीप धनखड़, राजनीति में कैसे रखा कदम? जानिए सब कुछ
- उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार की चयन प्रक्रिया के लिए संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की उपस्थिति में सभी विषयों पर चर्चा हुईं। उम्मीदवार के लिए कई नाम आए उन पर विस्तृत चर्चा हुई। समाज, देश की आवश्यकता आदि अन्य विषयों को लेकर सभी नामों पर चर्चा की गयी।
- सभी नामों पर विचार करने के बाद भारतीय जनता पार्टी का संसदीय बोर्ड इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के प्रत्याशी के रूप में हमारे किसान पुत्र श्री जगदीप धनखड़ जी को हम उप राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर रहे हैं।
- श्री जगदीप धनखड़ जी वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। वे पिछले तीन दशक से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं।
- श्री धनखड़ जी एक साधारण किसान परिवार के पुत्र हैं। अपने जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक बाधाओ को पार करते हुए उन्होंने सामाजिक जीवन में उच्च लक्ष्य प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
- उनका लालन-पालन राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक गांव में हुआ है। गांव के स्कूल से पढ़ाई करते हुए वे सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ से शिक्षा ली। बाद में उन्होंने राजस्थान यूनीवर्सिटी में फिजिक्स की पढ़ाई की। साथ में एलएलबी करने के बाद उन्होंने वकालत भी की। उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट में अपने आप को एक सक्षम वकील के रूप् में स्थापित किया। वे सुप्रीम कोर्ट में एक प्रसिद्ध वकील के रूप में भी अपने आप को स्थापित हुए।
- उन्होंने 1989 में झुंझुनू से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजय हासिल की। 1990 से लेकर 1993 तक वे केन्द्र सरकार में संसदीय मामलों के राज्यमंत्री रहे। बाद में वे राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने। उनके पास प्रशासनिक कार्यो का एक लम्बा अनुभव रहा है।
- जुलाई 2019 में उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया। उनकी छवि लोगों के दिल पर राज करने वाले राज्यपाल के रूप में रही है। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में लम्बे समय तक लोगों की सेवा की है।
- इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी एवं एनडीए ने तय किया कि किसान पुत्र, फर्स्ट जेनेरेशन के प्रोफेशनल, प्रशासनित क्षमता से युक्त और सार्वजनिक जीवन में योगदान करने वाले श्री जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी होंगे। आगे चलकर नामंकन की तिथि तय होगी और अन्य विषयों पर बात होगी।
धनखड़ ने इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के चंद घंटों के बाद ही बीजेपी द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में धनखड़ के नाम की औपचारिक घोषणा की गई।