नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जानकी सेतु का शुभारंभ कर दिया है। इससे ऋषिकेश को बड़ी सौगात मिली है। ये राज्य के टिहरी और पौड़ी जिलों की सीमाओं को जोड़ने का काम करेगा। मार्च 2013 में इसका काम शुरू हुआ था और अब जाकर ये जनता के लिए खुल गया है। लंबे समय से इसके खुलने का इंतजार था।
ये पुल गंगा नदी पर बना है और 274 मीटर इसकी लंबाई है। इसके बनने से पर्यटन बढ़ने की उम्मीद है। ये काफी सुंदर है और माना जा रहा है कि पर्यटकों को ये लुभाएगा। तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने इस पुल का शिलान्यास किया था।
इस सेतु के बनने से टिहरी और पौड़ी दोनों जिलों के व्यापार पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ेगा। दोपहिया वाहन चलाने वालों को इससे राहत मिलेगी। राज्य योजना के अंतर्गत ये पुल बना गया है। ऋषिकेश में पहले से लक्ष्मण झूला और राम झूला हैं। इसके बावजूद लंबे समय से एक अन्य पुल की मांग की जा रही थी। ये पुल राजनीति का भी शिकार हुआ और बीच में इसका काम बंद रहा। मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द इसका कार्य पूरा किया जाएगा।