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Nagrota encounter: नगरोटा एनकाउंटर पर PM मोदी ने की समीक्षा बैठक, 26/11 की बरसी पर हमले की थी योजना

Updated Nov 20, 2020 | 15:18 IST

Nagrota encounter: नगरोटा एनकाउंटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा बैठक की है। सामने आया है कि आतंकी 26/11 आतंकी हमले की बरसी पर बड़े हमले की फिराक में थे।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
नगरोटा एनकाउंटर
मुख्य बातें
  • नगरोटा एनकाउंटर पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक
  • सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ढेर कर बड़े हमले की साजिश को नाकाम किया
  • एनकाउंटर से पहले जैश के आतंकवादियों को दिया गया आत्मसमर्पण का मौका

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में गुरुवार सुबह हुए एनकाउंटर में चार संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों को ढेर किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश सचिव के साथ बैठक कर नगरोटा एनकाउंटर पर की समीक्षा की है। सरकार के सूत्रों से सामने आया है कि आतंकवादी 26/11 आतंकी हमले की बरसी पर एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे। 2008 में 26 नवंबर को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। माना जा रहा है कि उसी तारीख के आस-पास आतंकी किसी बड़े हमले की फिराक में थे, जिसे हमारे सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया। 

मुठभेड़ पर कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा था, 'पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान ने इस तरफ आतंकियों की घुसपैठ कराने और आगामी चुनावों को बाधित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं। इसके लिए जम्मू पुलिस और सुरक्षाबलों ने चार पाकिस्तानियों (आतंकियों) को धराशायी कर अच्छा काम किया है। उनका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कश्मीर आना था।' आईजीपी ने कहा कि हमें आशंका थी कि आतंकी चुनावों को प्रभावित करने के प्रयास में हैं, लेकिन सुरक्षा बल हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थे।

नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से घुसपैठ करने की ताक में बैठे आतंकियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर आईजीपी ने कहा कि इस बात की जानकारी मिली थी कि करीब 250 आतंकवादी वहां मौजूद हैं, लेकिन पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल चौकन्ने हैं। 

आतंकियों को सरेंडर करने को कहा

भारत-पाक सीमा से हाल में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को लेकर जा रहे एक ट्रक को नगरोटा इलाके के बन टोल प्लाजा के पास सुबह पांच बजे जांच के लिए रोका गया लेकिन चालक वाहन छोड़कर भाग गया। इसके तत्काल बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और पुलिस कर्मी वाहन की जांच करने के लिए आगे बढ़े। खबर मिलने पर जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुकेश सिंह मौके पर पहुंचे और आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया। पुलिस द्वारा जारी एक वीडियो में आईजीपी सिंह को लाउड स्पीकर पर घोषणा करते सुना गया, 'ट्रक के अंदर जो भी छिपा है वह अपने हथियार डाल दे और दोनों हाथ ऊपर करके बाहर आ जाए।' आतंकवादियों ने इस घोषणा की अनदेखी की जिसके बाद भीषण मुठभेड़ हुई।

हथियार और कई साम्रगी बरामद

करीब तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में चार आतंकवादी मार गिराए गए जबकि दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए। 11 एके राइफल, तीन पिस्टल, 24 मैगजीन, 29 हथगोले और छह यूबीजीएल ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारुद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा दवाएं, तार के बंडल, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और भारी मात्रा में बैग भी आतंकवादियों के पास से बरामद हुए हैं।

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