- चुनावी अभियान के बीच PM मोदी नहीं कर पाए थे बाबा के दर्शन
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी रद्द हो चुका है पूर्व में प्लान
- खराब मौसम और भारी बारिश की वजह से नहीं जा पाए थे गुमला-देवघर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के देवघर को 12 जुलाई, 2022 को 16 हजार करोड़ रुपए की सौगात देंगे। वह इस दौरान दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के साथ कई चीजों की आधारशिला रखेंगे। पीएम इसके साथ ही देश के पवित्र 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक देवघर के बाबा वैद्यनाथ धाम के दर्शन भी करेंगे। वह इस दौरान वहां मत्था टेकेंगे और गर्भ गृह में जा विशेष पूजा-अर्चना करेंगे।
पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, वह दोपहर दो बजकर 40 मिनट पर बाबा देवघर धाम में पूजा करेंगे। वह इसके अलावा वहां एयरपोर्ट का भी उद्घाटन करेंगे, ताकि इस पवित्र धाम तक सीधे एयर कनेक्टिविटी मुहैया हो सके।
400 करोड़ की लागत से बना है देवघर एयरपोर्ट
माना जा रहा है कि सूबे को मिलने वाली इन परियोजनाओं से वहां के सामाजिक और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। करीब 400 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया देवघर एयरपोर्ट (Deoghar Airport) बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी सहूलियत होगा। एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में सालाना पांच लाख यात्री को संभाला जा सकेगा।
AIIMS में जुड़ेंगी ये सेवाएं
देवघर में एम्स अस्पताल की सेवाओं को और बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि पीएम वहां इन-पेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) और ऑपरेशन थिएटर सेवाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह देश के सभी हिस्सों में उत्कृष्ट स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
प्रोजेक्ट के तहत इन चीजों का भी होगा विकास
पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद स्कीम (PRASAD Scheme) के तहत जारी किए गए "वैद्यनाथ धाम के विकास" प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया जाएगा। पीएम की ओर से उद्घाटन की जाने वाली परियोजनाओं में 2000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले दो बड़े तीर्थमंडल हॉल का विकास भी है। इनमें जलसर झील के सामने का विकास और शिवगंगा तालाब का विकास सहित अन्य चीजें शामिल हैं।
पटना का भी दौरा करेंगे PM
पीएमओ ने यह भी बताया कि इसी दिन वह बिहार की राजधानी पटना में वह बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह के समापन को एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। वह इस दौरान विधानसभा म्यूजियम की आधारशिला भी रखेंगे। इस संग्रहालय में कई सारी गैलरियां होंगी, जिनमें बिहार के लोकतंत्र के इतिहास के साथ उसके विकास और मौजूदा ढांचे को दर्शाया जाएगा।