- बिहार में चुनावी दंगल का आगाज, तीन चरणों में होगा चुनाव
- पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर चुनाव, दूसरे चरण में 3 नवंबर को 94 सीटों पर वोटिंग
- तीसरे चरण में 7 नवंबर को 78 सीटों पर वोटिंग, 10 नवंबर को मतों की गिनती
Bihar Assembly Election 2020। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बिहार में तीन चरणों में चुनाव कराए जाएंगे और 10 नवंबर को नतीजा आएगा। सीईसी सुनील अरोड़ा ने बताया कि कोविड काल में इतना बड़ा चुनाव कराया जाएगा। कोविड काल में 70 से ज्यादा देशों ने अपनी चुनीवा प्रक्रिया को टाल दिया। लेकिन आयोग इस महामारी के काल में भी चुनाव कराने में सक्षम है। चुनाव नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है और नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव कराए जाएंगे।
करीब आठ करोड़ मतदाता मत का करेंगे इस्तेमाल
बिहार में मतदान के समय में इजाफा किया गया है। सुबह 6 बजे से लेकर शाम सात बजे तक मतदान होगा। 2020 में कुल 7 करोड़ 79 लाख मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि वैसे लोग जो कोरोना पीड़ित हैं उन्हें भी मत डालने की सुविधा मिलेगी। कोरोना मरीज आखिरी घंटे में मतदान कर सकेंगे।
बिहार चुनाव से जुड़ी खास बात
- बिहार में पहले चरण में 28 अक्टूबर को मतदान।
- 3 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान।
- सात नवंबर को तीसरे चरण का मतदान
- 10 नवंबर को मतों की गिनती।
- आपराधिक केस के बारे में उम्मीदवारों को अखबार को बताना होगा।
- क्रिमिनल केस के बारे में चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी जानकारी देनी होगी।
- नामांकन ऑनलाइन भी किया जा सकेगा।
- प्रत्येक पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की संख्या घटाई जाएगी।
- 7 फरवरी 2020 को मतदाता सूची घोषित की गई।
- एक बूथ पर होंगे एक हजार मतदाता।
- 46 लाख मास्क का होगा इस्तेमाल।
- 23 लाख ग्ल्व्स और सैनिटाइजर्स का प्रबंध।
- 6 लाख फेस शील्ड का होगा इस्तेमाल।
- 6 लाख पीपीई किट का इस्तेमाल।
- बिहार में कुल मतदाता 7 करोड़ 79 लाख हैं।
- पुरुष मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 79 लाख।
- महिला मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 39 लाख।
- 1.89 लाख ईवीएम यूनिट का किया जाएगा इस्तेमाल।
- सुबह 6 बजे से शाम सात बजे तक मतदान होगा।
- बिहार चुनाव में सिर्फ वर्चुअल प्रचार की इजाजत।
- कोरोना मरीज आखिरी घंटे में मत डाल सकेंगे।
नवंबर में समाप्त हो रहा है बिहार सरकार का कार्यकाल
आमतौर पर आम चुनाव हो या राज्यों के चुनाव सरकारों के कार्यकाल की समाप्ति से करीब एक महीने या सवा महीने पहले चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करा लिया जाता है। इसके लिए आमतौर पर दो महीने पहले आचार संहिता जारी की जाती है कि ताकि जमीनी स्तर पर तैयारी भी करनी पड़ती है। चुनाव आयोग तारीखों के ऐलान से पहले ना केवल पूरी चुनावी प्रक्रिया के बारे में जानकारी देता है, बल्कि आगामी चुनाव की तैयारियों के बारे में भी बताता है। इस दफा का यह चुनाव इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि कोरोना काल में किसी राज्य की विधानसभा के लिए चुनाव कराया जाएगा।