- मध्य प्रदेश में बजा पंचायत चुनाव का बिगुल, 5 जनवरी को होगा पहले चरण का चुनाव
- तीन चरणों में होगा चुनाव, राज्य निर्वाचन आयुक्त ने दी जानकारी
- पंचायत चुनाव के लिए राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं ने शुरू की अपनी तैयारी
भोपाल: मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। तीन चरणों में चुनाव 6 जनवरी, 28 जनवरी और 16 फरवरी को होंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त बंसत प्रताप सिंह ने शनिवार को प्रदेश की त्रि-स्तरीय पंचायतों के लिए चुनाव की घोषणा करते हुए बताया कि प्रदेश की सभी 52 जिलों की 859 जिला पंचायत सदस्यों, 313 जनपदों की 6,727 जनपद पंचायत सदस्यों, 22,581 ग्राम पंचायतों के 22,581 सरपंचों एवं 3,62,754 पंचों के लिए चुनाव इन तीन चरणों में होगा।
चुनाव का समय
पंचायत चुनाव को राज्य विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है। पंच एवं सरपंच पद के लिए चुनाव मतपत्रों के जरिये और जनपद पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्यों के वास्ते चुनाव ईवीएम के माध्यम से सम्पन्न होगा। मतदान का समय सुबह सात बेजे से लेकर शाम को तीन बजे तक होगा। राज्य में इन चुनावों को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इस चुनाव में राजनीतिक दलों के चिह्न पर चुनाव नहीं लड़ा जाता है बल्कि उनके समर्थित कैंडिडेट मैदान में उतरते हैं।
नतीजों का ऐलान होगा इस दिन
मतदान केन्द्र पर पंच और सरपंच पद के लिये मतगणना मतदान समाप्ति के तुरंत बाद की जाएगी। जनपद पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य की विकासखण्ड मुख्यालय पर ईवीएम से मतगणना प्रथम चरण के लिये 10 जनवरी, द्वितीय चरण के लिये एक फरवरी और तृतीय चरण के लिये 20 फरवरी 2022 को सुबह 8 बजे से की जाएगी। चुनाव की घोषणा होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है, जो कि परिणाम घोषित होने तक प्रभावशील रहेगी।