- प्रवर्तन निदेशालय ने 'थिंक टैंक' संजय राउत राउत की आठ दिन की मांगी हिरासत
- रिमांड की डिमांड के खिलाफ कोर्ट में वकील ने दी दलील
- गलत चीज के खिलाफ जो उठाता है आवाज, उसे बनाया जाता है निशाना- आदित्य
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के थिंक टैक माने जाने वाले सीनियर नेता संजय राउत के समर्थन में आए हैं। उन्होंने कहा है कि राउत अपने खिलाफ होने वाली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के आगे झुके नहीं। हमें भी मरना मंजूर है, पर गुलामी किसी भी सूरत में नहीं करेंगे।
ये बातें सोमवार (एक अगस्त, 2022) को महाराष्ट्र के मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहीं। दावा किया, "मुझे मरना मंजूर है, पर गुलामी नहीं करूंगा। मेरे साथ ईमानदार और वफादार लोग हैं। शिवसेना को खत्म करने के लिए साजिश रची जा रही है। शक्ति का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे लोगों के बुरे दिन आएंगे। बीजेपी लोकतंत्र में यकीन नहीं रखती है।"
बकौल ठाकरे, "मुझे राउत पर गर्व है। वह पुष्पा राज की तरह झुके नहीं। हम भी दबेंगे-झुकेंगे नहीं। झुकने वाले हवा में चले गए। परिस्थिति हमेशा एक जैसी नहीं रहती है। सत्ता-आती जाती रहती है। आने वाला समय बदलाव का है।"
ठाकरे इससे पहले उपनगरीय मुंबई में राउत के परिवार वालों से मिले। वह कार से उपनगरीय भांडुप में राउत के घर पहुंचे। ठाकरे और राउत को काफी करीबी माना जाता है। वह उनके फ्रंट मैन भी कहे जाते हैं।
ईडी ने राउत को किया अरेस्ट
दरअसल, ईडी ने मुंबई के एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिवसेना सांसद को अरेस्ट किया। अधिकारियों ने बताया कि राउत (60) को दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट में ईडी के मंडल कार्यालय में छह घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
राउत को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत रविवार देर रात 12 बजकर पांच मिनट पर हिरासत में लिया गया था, क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। जांच एजेंसी का एक दल इससे पहले रविवार को मुंबई के भांडुप इलाके में राउत के आवास पहुंचा था, जहां उन्होंने तलाशी ली गई थी।
औरत की शिकायत पर संजय के खिलाफ FIR
मुंबई पुलिस ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में एक गवाह की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर कथित तौर पर एक महिला का शील भंग करने के आरोप में राउत के खिलाफ रविवार को एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस के मुताबिक, गवाह स्वप्ना पाटकर ने वकोला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पाटकर ने हाल में पुलिस का रुख करते हुए दावा किया था कि उसे टाइप किए गए एक लेटर में दुष्कर्म और हत्या की धमकी दी गई थी। यह पत्र 15 जुलाई को उसे दिए एक अखबार में रखा हुआ था। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)