- चक्रवात यास पर हुई समीक्षा बैठक में 30 मिनट के इंतजार का मुद्दा गरमाया
- ममता बनर्जी बोलीं- बार बार क्यों उनका अपमान किया जाता है
- टीएमसी का आरोप, ममता बनर्जी को जानबूझकर कराया गया इंतजार
पश्चिम बंगाल से चक्रवाक यास गुजर चुका है। लेकिन राजनीतिक तूफान का असर देखा जा सकता है। शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी चक्रवात यास से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए बंगाल में थे। उन्होंने समीक्षा बैठक की। ये बात अलग है कि उस बैठक को लेकर बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे के आमने सामने हैं। बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी उसी बिल्डिंग में थीं लेकिन तय समय पर नहीं पहुंची और पीएम को इंतजार कराया। लेकिन टीएमसी का कहना है कि मीटिंग के लिए जो शेडयूल दिया गया था उससे पहले मीटिंग शुरू हो गई और उस वजह से सीएम को इंतजार करना पड़ा।
ममता बनर्जी का सवाल
भाजपा नेताओं, राज्यपाल को चक्रवात की समीक्षा के लिए क्यों बुलाया गया? जब पीएम और सीएम के बीच होने वाली थी मुलाकात, अपमान महसूस किया: ममता बनर्जी
ममता की अपील
अगर प्रधान मंत्री मुझे बंगाल के लोगों के कल्याण के लिए उनके पैर छूने के लिए कहते हैंबंगाल के लोग, मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं; लेकिन मेरा अपमान नहीं किया जाना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने भी नाराजगी जताई थी
ममता बनर्जी के इस कृत्य पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम और सीएम दोनों संवैधानिक पद हैं और उसका सम्मान होना चाहिए। पश्चिम बंगाल की सीएम की तरफ से जो व्यवहार किया गया वो शर्मनाक था। व्यक्तिगत विरोधों को संवैधानिक दायित्वों के निर्वहन में आड़े नहीं आने देना चाहिए। लेकिन ममता बनर्जी ने तीखे सवाल के साथ अपील भी की।