नई दिल्ली: देश भर में कुछ भड़काऊ धार्मिक टिप्पणियों के बाद उपजे माहौल पर आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। आयोग द्वारा बुलाई गई इस बैठक में सभी 6 अल्पसंख्यक धर्मों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में हुई लंबी चर्चा के बाद आयोग की तरफ से सर्वधर्म अपील जारी की गई है जिसमें देशवासियों से भारत के समृद्ध धार्मिक और सांप्रदायिक सद्भाव का सम्मान करने की बात कही गई।
आयोग की तरफ से ये विनती भी गई है कि हम सभी को वैमनस्य बढ़ाने वाली, विघटनकारी और भड़काऊ भाषणों से बचना चाहिए. जिससे समाज में शांति का वातावरण बना रहे। साथ ही भाईचारा, एक दूसरे धर्म के प्रति सम्मान और सहिष्णुता की भावना कायम रहे।
'भड़काऊ बयानों और डिबेट से दूर रहने की सलाह'
हालिया दिनों में टेलीविजन डिबेट में की गई टिप्पणियों के बाद हेटस्पीच के खिलाफ देश भर में कई प्रदर्शन, भड़काऊ और हिंसक प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। अल्पसंख्यक आयोग के साथ ही साथ ही साथ इससे पहले कई संगठनों ने भी भड़काऊ बयानों और डिबेट से दूर रहने की सलाह लोगों को दी है।
अध्यक्षता राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल लालपुरा ने की
बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने की। इसमें सिख समुदाय से ब्रिगेडियर पीएस गोथरा, ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह, ईसाई धर्म से फादर फेलिक्स जोन्स, एसी माइकल, मुस्लिम धर्म से मौलाना शुएब क़ासमी, जुनैद हारिस, जैन समाज से रिटायर्ड आईपीएस संतोष कुमार जैन, स्वदेश भूषण जैन, पारसी धर्म से मर्जबान नरीमन जईवाला, बौद्ध धर्म से रिगजिन एंगमो और वांगचोक नामग्याल शामिल हुए।