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Morari Bapu: गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के परिवारजनों की मदद को आगे आए मोरारी बापू

Updated Jun 19, 2020 | 22:30 IST

Morari Bapu Help to Martyrs Family: गलवान घाटी में भारतीय सेना के शहीद जवानों की मदद के लिए देश के मशहूर राम कथा वाचक मोरारी बापू आगे आए हैं और वो प्रत्येक शहीद जवान के परिजनों की मदद कर रहे हैं।

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राम कथा वाचक मोरारी बापू पहले भी लोगों की मदद के कार्यों के लिए आगे आते रहे हैं
मुख्य बातें
  • देश के मशहूर राम कथा वाचक मोरारी बापू गलवान में शहीद जवानों के परिवारजनों को सहायता कर रहे हैं
  • प्रत्येक शहीद जवान के परिजनों को एक-एक लाख की सहायता रशि भेजी जा रही है
  • मोरारी बापू पहले भी लोगों की मदद के कार्यों के लिए आगे आते रहे हैं

नई दिल्ली: हाल ही में लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए हैं। देश के मशहूर राम कथा वाचक मोरारी बापू की ओर से श्री हनुमानजी की सांत्वना के रुप में इन सभी शहीद जवानों के परिवारजनों को प्रत्येक को एक-एक लाख की सहायता रशि भेजी जा रही है, जो कुल मिलाकर 20 लाख रुपये होने जा रही है और रामकथा के श्रोता द्वारा ये राशि प्रत्येक शहीद सैनिक के परिवारजनों तक पहुंचाई जाएगी। 

मोरारी बापू ने इन सभी शहीद जवानों के निर्वाण के लिए प्रार्थना की है और जो घायल हुए हैं वो शीघ्रता से अपना स्वास्थ्य प्राप्त कर सकें ऐसी शुभकामनाएं भेजी हैं, मोरारीबापू पहले भी लोगों की मदद के कार्यों के लिए आगे आते रहे हैं।

2019 के पुलवामा हमले के बाद, मोरारी बापू ने घोषणा की थी कि वह प्रत्येक शहीद के परिवार को 1 लाख की वित्तीय सहायता देकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीदों की मदद करेंगे इससे पहले मोरारीबापू ने सूरत में शहीदों के परिवारों की मदद के लिए राम कथा का आयोजन किया था। 

गलवान में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए । पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया। साल 1967 में नाथू ला में झड़प के बाद दोनों सेनाओं के बीच यह सबसे बड़ा टकराव है। उस वक्त टकराव में भारत के 80 सैनिक शहीद हुए थे और 300 से ज्यादा चीनी सैन्यकर्मी मारे गए थे।

इस क्षेत्र में दोनों तरफ नुकसान ऐसे वक्त हुआ है जब सरकार का ध्यान कोविड-19 संकट से निपटने पर लगा हुआ है।सेना के एक बयान में कहा गया था, 'भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान क्षेत्र में जिस स्थान पर 15/16 जून की रात झड़प हुई, वहां से दोनों तरफ के सैनिक हट गए हैं।'

चीनी उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान का सिलसिला जोरों पर

लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद देश में चीनी निर्मित उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है। दो केन्द्रीय मंत्रियों ने लोगों से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की तो वहीं रेलवे ने सिग्नल एवं दूरसंचार के काम में धीमी प्रगति के कारण 471 करोड़ रुपये का चीन की एक कंपनी का ठेका रद्द करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने लोगों से चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की।

 

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