- जेल में क्लर्क के तौर पर काम कर रहे नवजोत सिंह सिद्धू
- तीन महीने की होगी सिद्धू की ट्रेनिंग
- रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाई है एक साल की सजा
Navjot singh Sidhu: रोड रेज मामले में पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला सेंट्रल जेल में अपनी सजा काट रहे हैं। वहीं जेल में अब नवजोत सिंह सिद्धू क्लर्क के तौर पर काम कर रहे हैं। सिद्धू को शुरू में तीन महीने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के दौरान सिद्धू को कोर्ट के लंबे फैसलों को संक्षिप्त करने के साथ ही जेल रिकॉर्ड को संकलित करने के बारे में बताया जाएगा।
पहले 90 दिनों तक काम के लिए सिद्धू को नहीं मिलेंगे कोई पैसे
जेल नियमावली के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू को पहले 90 दिनों तक इस काम के लिए कोई पैसे नहीं दिए जाएंगे। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद उन्हें 40 रुपए से 90 रुपए प्रति दिन मिलेंगे। उनकी सैलरी उनके कौशल के आधार पर तय की जाएगी और कमाई उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी। जेल के एक अधिकारी के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू बैरक से ही काम करेंगे, क्योंकि वह एक हाई प्रोफाइल कैदी हैं। जेल की फाइलें उन्हें बैरक में ही भेजी जाएंगी, क्योंकि उन्हें अपने सेल से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
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जेल अधिकारियों के मुताबिक सिद्धू ने मंगलवार से क्लर्क के तौर पर काम करना शुरू किया था। वह दो शिफ्टों में काम करेंगे, जोकि सुबह 9 बजे से 12 बजे और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक है। वहीं इस बीच सिद्धू को जिस बैरक में रखा गया है, उसके अंदर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पांच वार्डन और चार जेल कैदियों को भी सिद्धू पर नजर रखने को कहा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को सुनाई है एक साल की सजा
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद सिद्धू ने 20 मई को पटियाला की निचली अदालत में आत्मसमर्पण किया था। जेल जाने के बाद एक मेडिकल बोर्ड ने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए डाइट चार्ट बनाया है। डाइट चार्ट अभी जेल तक नहीं पहुंचा है। सिद्धू सलाद और फल खा रहे हैं। उन्होंने गेहूं से एलर्जी होने की बात कहकर दाल-रोटी खाने से मना कर दिया था।