- नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया।
- सिद्धू के इस्तीफे के कुछ ही घंटों बाद उनके समर्थन में कई मंत्रियों ने इस्तीफे दिए।
- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सिद्धू का इस्तीफा नामंजूर कर दिया।
नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस्तीफा मंजूर नहीं किया। आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस से कहा- हल निकालिए। नवजोत सिंह सिद्धू ने आज (28 सितंबर) कांग्रेस की पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं। उन्होंने लिखा कि इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा। सिद्धू ने इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था।
उधर नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के कुछ ही घंटे बाद रजिया सुल्ताना ने पंजाब सरकार का कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भेजे त्यागपत्र में सुल्ताना ने कहा कि वह नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एकजुटता दिखाते हुए इस्तीफा दे रही हैं। इससे पहले आज दिन में सुल्ताना को जल आपूर्ति और स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास तथा मुद्रण एवं स्टेशनरी विभागों का प्रभार सौंपा गया था। अमरिंदर सिंह नीत सरकार में वह परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। सुल्ताना को सिद्धू की करीबी माना जाता है। उनके पति मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के प्रधान रणनीतिक सलाहकार हैं।
रजिया सुल्ताना के इस्तीफे के बाद पंजाब के मंत्री परगट सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भी सिद्धू के समर्थन में शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। गुलजार इंदर चहल ने भी सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का पद छोड़ा दिया।