- बल्लभगढ़ में सोमवार को कॉलेज के बाहर दिनदहाड़े हुई निकिता तोमर की हत्या
- निकिता को जबरन कार में बिठाने की कोशिश कर रहा था आरोपी तौसीफ
- पुलिस हिरासत में तौसीफ और उसका साथी रेहान, एसआईटी कर रही मामले की जांच
फरीदाबाद : निकिता हत्याकांड में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। दरअसल मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि तौसीफ ने निकिता के साथ दोस्ती करने के लिए अपने वास्तविक नाम की जगह अंकित नाम बताया था। तौसीफ को लगता था कि उसका असली नाम जानकर निकिता शायद उसके साथ दोस्ती न करे। हालांकि, निकिता के सामने उसकी असलियत ज्यादा दिनों तक छिपी नहीं रह पाई। स्कूल में तौसीफ की एक दोस्त ने उसे असली नाम से पुकारा जिसके बाद निकिता को उसके नाम की असलियत के बारे में पता चल गया। रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल में पढ़ने वाली निकिता की एक दोस्त ने इस घटना के बारे में खुलासा किया है। इस छात्रा का दावा है कि तौसीफ निकिता का सीनियर था फिर भी वह उसके साथ दोस्ती करना चाहता था।
निकिता का सीनियर था तौसीफ
इस दोस्त का कहना है कि निकिता 11वीं की छात्रा में थी जबकि तौसीफ 12वीं का छात्र था, इसलिए काफी दिनों तक निकिता को उसके असली नाम के बारे में पता नहीं चल पाया। वह निकिता और उसके दोस्तों के साथ घुलने-मिलने की कोशिश करता था लेकिन अलग कक्षा होने के कारण वे उससे ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। इस बीच, रिपोर्टों में तौसीफ की पूछताछ से जुड़े एक पुलिस अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि तौसीफ को आशंका थी कि निकिता का संबंध किसी और छात्र के साथ चल रहा है। वह इस बारे में निकिता से बात करना चाहता था लेकिन उसने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था और उसे वाट्सअप पर भी ब्लॉक कर दिया था। इससे वह नाराज चल रहा था।
सोमवार को हुई निकिता की हत्या
बता दें कि निकिता की हत्या सोमवार को उस समय हुई जब वह पेपर देकर कॉलेज से घर लौट रही थी। तौसीफ अपने दोस्त रेहान के साथ कॉलेज के बाहर उसका इंतजार कर रहा था। निकिता जब वहां पहुंची तो तौसीफ ने उसे जबरन कार में बिठाने की कोशिश की और जब उसने इसका विरोध किया तो तौसीफ ने उसे गोली मार दी। जख्मी हालत में निकिता को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। निकिता के परिवार ने तौसीफ पर 'लव जिहाद' का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि तौसीफ शादी के लिए निकिता पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रहा था। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि परिवार के इस आरोप की जांच की जाएगी।
परिवार ने लगाया है 'लव जिहाद' का आरोप
फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह का कहना है, 'मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने इस मामले में चार चश्मदीदों की पहचान की है।एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ महत्वपूर्ण तकनीकी एवं अन्य प्रमाण एकत्रित किए हैं जो उन्हें कोर्ट में दाषी साबित करने के लिए काफी हैं। एसआईटी और ज्यादा जानकारी के लिए आरोपी एवं उसके दोस्त के साथ पूछताछ कर रही है।'
तौसीफ और उसका दोस्त रेहान पुलिस की हिरासत में हैं। तौसीफ के परिवार ने 'लव जिहाद' के आरोप से इंकार किया है। परिवार का कहना है कि उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि तौसीफ इस तरह का कोई कदम उठाने जा रहा है। तौसीफ एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखता है।