- जमीन डील में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर लगे हैं घोटाले के आरोप
- आरोप है कि ट्रस्ट ने अयोध्या में अधिक कीमत देकर खरीदी है जमीन
- ट्रस्ट का कहना है कि उसने जमीन डील के सभी दस्तावेजों की जांच कराई है
लखनऊ : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने गुरुवार को कहा कि वकीलों एवं चार्टर्ड एकाउंटेंट की एक टीम ने ट्रस्ट की ओर से जमीन खरीदने के लिए हुई डील एवं दस्तावेजों की जांच की है और उसे खरीद प्रक्रिया में कोई अनियमितता नहीं मिली है। ट्रस्ट अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीदा है। उसकी इस खरीद पर घोटाले के आरोप लगे हैं। ट्रस्ट पर आरोप हैं कि उसने अधिक कीमत देकर जमीन खरीदी है।
ट्रस्ट ने डील से जुड़े दस्तावेजों की जांच कराई
रिपोर्टों के मुताबिक ट्रस्ट का कहना है कि जमीन खरीद से जुड़े सभी दस्तावेजों को वह किसी 'सक्षम व्यक्ति अथवा अधिकारी' को देखने के लिए पेश कर सकता है। गिरि ने अयोध्या स्थित मणि राम दास छावनी में पत्रकारों से कहा, 'ट्रस्ट ने अब तक जो भी जमीन खरीदी है, इस खरीद से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच वकीलों एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट की एक टीम ने की है। इस टीम ने तीन दिनों तक दस्तावेजों की जांच की। इस जांच के बाद पाया गया कि जमीन खरीद की डील में कोई अनियमितता नहीं की गई है।'
'आरोप लगाने वाले राजनीतिक लोग'
जमीन घोटाले के आरोपों को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताते हुए गिरि ने कहा, 'जिन लोगों ने जमीन खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, वे राजनीतिक लोग हैं। वे नहीं चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो। राम मंदिर ट्रस्ट के खिलाफ गुमराह करने के लिए एक अभियान चलाया गया है ताकि भगवान राम के भक्तों में भ्रम की स्थिति पैदा हो। हम राम भक्तों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि जमीन खरीद में किसी भी तरह की अनियमितता नहीं बरती गई है।'
'कम कीमत में सौदा करके दिखाएं'
ट्रस्ट ने आरोप लगाने वालों को चुनौती दी है कि वे राम कोट क्षेत्र में खरीदी गई जमीन की कीमत से कम में कोई सौदा कराएं। यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रस्ट आरोप लगाने वालों पर कोई कार्रवाई करने की सोच रहा है? इस पर उन्होंने कहा, 'व्यक्तिगत रूप से मैं किसी कार्रवाई के पक्ष में नहीं हूं लेकिन ट्रस्ट के अन्य सदस्य यदि ऐसा चाहते हैं तो मैं उनका फैसला स्वीकार करूंगा।'
ट्रस्ट पर अधिक कीमत देकर जमीन खरीदने का है आरोप
बता दें कि कुछ दिनों पहले अयोध्या से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक तेज प्रताप पांडे एवं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट ने दो करोड़ रुपए की कीमत वाली जमीन को 18.5 करोड़ रुपए में खरीदा। विपक्षी पार्टियों ने ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन की न्यायिक जांच की मांग की है।