- ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकाला जा रहा है
- यूक्रेन में 20000 भारतीय नागरिक थे
- रूस के हमले के कारण 24 फरवरी से यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद है
नागर विमानन मंत्रालय ने बताया है कि यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत सुसेवा से 2 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा आज 410 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। इसके साथ ही 22 फरवरी 2022 से शुरू हुई विशेष उड़ानों के माध्यम से लगभग 18,000 भारतीयों को वापस लाया गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि 75 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा एयरलिफ्ट किए गए भारतीयों की संख्या 15,521 हो गई है। भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन गंगा के हिस्से के रूप में 2467 यात्रियों को वापस लाने के लिए 12 मिशन उड़ाए और 32 टन से अधिक राहत सामग्री ले गए।
मंत्रालय ने आगे कहा कि नागरिक उड़ानों में 4575 यात्रियों को बुखारेस्ट से 21 उड़ानों द्वारा, 1820 को सुसेवा से 9 उड़ानों द्वारा, 5571 को बुडापेस्ट से 28 उड़ानों द्वारा, 909 यात्रियों को कोसिसे से 5 उड़ानों द्वारा, रेजजो से 11 उड़ानों से 2404 भारतीयों को और एक उड़ान द्वारा 242 व्यक्तियों को कीव से लाया गया।
रूसी सैन्य हमले के कारण यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी से बंद है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड जैसे पड़ोसी देशों में पहुंचने के बाद विमानों के जरिये भारत लाया जा रहा है।
यूक्रेन के सुमी में फंसे सभी 694 भारतीय छात्र निकले, बस से पोल्टोवा के लिए हुए रवाना
इससे पहले यूक्रेन के सूमी में फंसे कई भारतीय छात्रों ने राहत की सांस ली है क्योंकि वहां से उनकी सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो गई। एक छात्र समन्यक अनशाद अली ने बताया कि सूमी से निकासी शुरू हो गई है। मंगलवार को सूमी से सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा, जहां से उन्हें भारत ले जाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सूमी में फंसे 694 भारतीय छात्र मंगलवार को पोलतावा के लिए बसों से रवाना हो गए।
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