ऐश्वर्या राय बच्चन का 27 साल बाद कठिन सवालों से सामना हुआ है। 1994 में दिल्ली से आठ हजार किलोमीटर दूर साउथ अफ्रीका में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के मंच पर उनसे मुश्किल सवाल पूछे गए थे। इन सवालों का शानदार जवाब देने के बाद ऐश्वर्या राय के सिर पर मिस वर्ल्ड का ताज सजा था तब चेहरे पर खुशी थी लेकिन सोमवार वो ऐसी किसी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए दिल्ली नहीं आई थीं बल्कि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में बुलाया गया था और पनामा पेपर्स लीक से जुड़े मामले में उनसे सवाल जवाब हुए और ये सवाल ऐश्वर्या राय बच्चन के चेहरे पर तनाव लाने वाले थे।
इस मामले का पता पहली बार कब चला तो इसका जवाब है साल 2016, जब ब्रिटेन की मोसेक फोंसेका फर्म के कुछ दस्तावेज लीक हुए, जो कि टैक्स चोरी से जुड़े थे। इन दस्तावेजों में दुनिया के कई प्रभावशाली लोगों के अलावा करीब 500 भारतीयों के नाम भी शामिल थे जिन्होंने ब्लैकमनी के जरिये करोड़ों रुपए के टैक्स की चोरी की थी। और तभी इस मामले में बच्चन परिवार का नाम भी सामने आया था। इन दस्तावेजों के मुताबिक,
2016 में बच्चन परिवार की 4 शेल कंपनियों के बारे में पता चला
इनमें से 3 कंपनी बहामास में स्थित है जबकि एक वर्जिन आइलैंड में
सभी कंपनियों की पूंजी 5 हजार अमेरिकी डॉलर से लेकर 50 हजार अमेरिकी डॉलर तक दिखाई गई
कागजों में कपंनी शिपिंग में डील करती थी
जबकि एक शिप की कीमत करोड़ो रूपये में है
साल 2016 में पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्यूमेंट लीक हुए थे, जिसके बाद ऑफ-शोर कंपनियों में निवेश का खुलासा हुआ था इसमें व्लादिमीर पुतिन, नवाज शरीफ, शी जिनपिंग जैसे लोगों के नाम हैं। आरोप है कि इन प्रभावशाली लोगों ने दौलत टैक्स हैवन वाले देशों में जमा की और करीब 500 भारतीयों में बच्चन परिवार के अलावा DLF के प्रमोटर के पी सिंह का नाम लिस्ट में शामिल है। पनामा पेपर्स में इंडियाबुल्स के समीर गहलोत का नाम भी है। गौतम अडाणी के बड़े भाई विनोद अडाणी का नाम शामिल है। अंडरवर्ल्ड सरगना इकबाल मिर्ची का नाम लिस्ट में है और इन लोगों शैडो कंपनियां, ट्रस्ट और कॉर्पोरेशंस बनाकर टैक्स बचाने का आरोप है।