- मेरठ के विश्वास सैनी को 130 दिन बाद अस्पताल से मिली छुट्टी
- ऑक्सीजन लेवल 16 होने की वजह से एक महीने तक वेंटिलेटर पर रहना पड़ा
- डॉक्टरों का कहना है कि रिकवरी में दृढ़ इच्छाशक्ति आई काम
कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है, जो लोग कोरोना वायरस के चपेट में आने से बचे हुए हैं वो खुशकिस्मत हैं, जो लोग कोरोना की चपेट में आए और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा वो अपने कष्ट को जब बयां करते हैं तो पता चलता है कि कोरोना वायरस कितना घातक है। इन सबके बीच मेरठ में कोरोना पीड़ित शख्स को जब 130 दिन बाद या यूं कहें कि करीब चार महीने बाद अस्पताल से छुट्टी मिली तो उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा।
130 दिन बाद अस्पताल से मिली छुट्टी
विश्वास सैनी नाम के शख्स को कोरोना की वजह से मेरठ के नुटेमा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 28 अप्रैल 2020 को उन्हें पता चला कि वो कोरोना के शिकार हो चुके हैं। परेशानी बढ़ी तो अस्पताल की तरफ रुख किया और 130 दिन अस्पताल के बेड पर पड़े रहे। उनके इलाज में लगे डॉक्टर अवनीत राणा के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मरीज को पहले घर पर आइसोलेट किया गया था। लेकिन हालात खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑक्सीजन का स्तर सिर्फ 16 होने की वजह से करीब 1 महीने तक वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।
दृढ़ इच्छाशक्ति से कोरोना वायरस को मात
डॉक्टर के मुताबिक मरीज विश्वास सैनी इच्छाशक्ति का मजबूत था और उसकी रिकवरी में विल पावर मददगार साबित हुई। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बात विश्वास सैनी का कहना है कि इतने लंबे अंतराल के बाद घर के साथ होना खुशी का असीम पल है। दहशत और डर का जिक्र करते हुए वो बताते हैं कि चारों तरफ मरीजों को दम तोड़ते हुए वो काफी डर जाते थे। लेकिन डॉक्टर की हौसलाआफजाई से उनमें हिम्मत आ जाती थी। विश्वास सैनी को अस्पताल से घर जाने की इजाजत मिल चुकी है लेकिन उन्हें खास ऐहतियात बरतने की सलाह दी गई है।