जम्मू : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में जो कुछ हुआ उसके लिए पाकिस्तान और आतंकवाद जिम्मेदार हैं। उनका इशारा 1990 के दशक में पाकिस्तान के प्रश्रय से कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी के बाद वहां से कश्मीरी पंडितों के पलायन की ओर था, जिन्हें आतंकियों के जुल्मों व बर्बरता से परेशान होकर अपना घर छोड़ना पड़ा।
कांग्रेस नेता ने जम्मू में एक कार्यक्रम में कहा, 'मेरा मानना है कि महात्मा गांधी सबसे बड़े हिंदू और धर्मनिरपेक्ष थे। जम्मू-कश्मीर में जो हुआ उसके लिए पाकिस्तान और आतंकवाद जिम्मेदार हैं। इसने सभी हिंदुओं, कश्मीरी पंडितों, कश्मीरी मुसलमानों और डोगराओं पर गहरा असर डाला।' उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक दल धर्म, जाति और अन्य चीजों के आधार पर लोगों में विभाजन पैदा कर सकते हैं। इस क्रम में उन्होंने कांग्रेस को भी नहीं बख्शा।
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सियासी दलों पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, 'राजनीतिक दल धर्म, जाति और अन्य चीजों के आधार पर 24x7 विभाजन पैदा कर सकते हैं। मैं इसमें किसी भी पार्टी नहीं छोड़ रहा, यहां तक कि अपनी को भी नहीं। लेकिन नागरिक समाज को एकजुट रहना चाहिए। अलग-अलग जाति, धर्म के बावजूद सभी को न्याय दिया जाना चाहिए।' उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जबकि हाल ही में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर सियासी विवाद की स्थिति बनी हुई है।
हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कई बीजेपी शासित राज्यों ने इस फिल्म को टैक्स-फ्री कर दिया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म की तारीफ करते हुए कहा था कि ऐसी फिल्में 'सच्चाई को उजागर करती हैं।' वहीं कांग्रेस के कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार 'द कश्मीर फाइल्स' के माध्यम से समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवालिया लहजे में कहा था कि सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास कब होगा।