- लखीमपुर खीरी जा रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया
- लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सियासी घमासान
- मौके पर जा रहे जा सभी विपक्षी नेता रोके गए
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी रविवार रात को ही लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं, लेकिन उन्हें घटनास्थल तक नहीं पहुंचने दिया गया। उन्हें सीतापुर में हिरासत में लिया गया और PAC गेस्ट हाउस में रखा गया। अब उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो झाड़ू लगाती नजर आ रही हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रियंका गांधी जी सारे कार्यक्रम रद्द करके लखीमपुर जा रही थी, उन्हें सीतापुर में दुर्व्यवहार कर रोका गया; यह बेहद ही दुर्भाग्यजनक और निंदनीय है। इस देश में लोकतंत्र के मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
वहीं राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका, मैं जानता हूँ तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।
हिरासत में लेने के दौरान प्रियंका की पुलिस के साथ जमकर बहस हुई। उन्होंने कहा कि ऑर्डर निकालो, नहीं तो मैं यहां से नहीं हिलूंगी। तुम मुझे गाड़ी में बिठाओगे तो किडनैपिग का चार्ज लगाऊंगी तुम पर। पुलिस पर नहीं तुम पर लगाऊंगी, क्यों इन्हें आगे कर रहे हो महिलाओं को। या तो वॉरंट निकालो, मुझे दिखाओ। किस आधार पर मुझे हटा रहे हो।
सोमवार को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका तथा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर वाद्रा से धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दुख-दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है।