रंगों का पर्व होली देश मे बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। लोग रंग गुलाल की मस्ती में सराबोर होकर त्योहार का लुत्फ उठा रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी हैं। इस बीच तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भी जमकर होली का जश्न मनाया। प्रदर्शनकारी किसानों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो नाच-गाकर होली मनाते नजर आ रहे हैं। साथ ही किसानों ने एक-दूसरे को रंग भी लगाया। बता दें कि किसानों के प्रदर्शन चार महीने से अधिक बीत चुके हैं।
123 दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसान
एएनआई ने सोमवार को वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि दिल्ली-उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर गाजीपुर में पिछले 123 दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने नाच-गाकर होली मनाई। इस दौरान एक किसान ने कहा कि सरकार को हमारी मांग को स्वीकार करना चाहिए और तीन कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए ताकि हम घर जा सकें। मालूम हो कि किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि वो तब तक अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर देती और मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बना देती।
‘होलिका दहन’ में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं
गौरतलब है कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान तीन नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने सीमाओं पर होली मनाई और यह सुनिश्चित किया कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता। मोर्चे ने कहा कि पांच अप्रैल को ‘एफसीआई बचाओ दिवस' मनाया जायेगा और देशभर में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के कार्यालयों को घेराव किया जाएगा।