- सचिन पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात
- सूत्रों ने कहा है कि बैठक के बाद सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है
- पायलट और 18 अन्य विधायकों ने गहलोत सरकार के खिलाफ विद्रोह किया है
नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से राजस्थान की राजनीति में मचे घमासान के बीच बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि राजस्थान कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की है। नाम न छापने की शर्त पर सचिन पायलट का समर्थन करने वाले नेताओं ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया हैं कि वे कांग्रेसी नेतृत्व के संपर्क में हैं और पार्टी ने आश्वासन दिया है कि राजस्थान राजनीतिक स्थिति से संबंधित मुद्दों को जल्द हल किया जाएगा।
कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि बैठक राहुल गांधी के आवास पर हुई और इससे सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है। पायलट की कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब 14 अगस्त से राजस्थान में विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। राहुल और प्रियंका से इस मुलाकात में पायलट ने विस्तार से अपना पक्ष रखा और फिर पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं ने उनकी चिंताओं के निदान का भरोसा दिलाया।
सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट ने कल AICC के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और राहुल गांधी के साथ बैठक तय की गई। आज राहुल गांधी पायलट से मिले, बैठक में प्रियंका भी थीं। पायलट ने उन परिस्थितियों को समझाया जिसमें उन्होंने निर्णय लिया और कहा कि उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी नहीं किया उनका विरोध अशोक गहलोत को लेकर है। सचिन पायलट की शिकायतों को सुनने के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि वह शीघ्र ही वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे और इस मुद्दे को हल करने के लिए तौर-तरीकों को बनाने के लिए एक समिति बनाई जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल बागी विधायकों को वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बागी विधायकों की शिकायतों को केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी रख रहे हैं। पायलट से मुलाकात से पहले राहुल गांधी और प्रियंका ने करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की।
पायलट और 18 अन्य विधायकों ने राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ विद्रोह किया। इसके बाद पायलट को उपमुख्यमंत्री और राज्य के पार्टी प्रमुख के रूप में बर्खास्त कर दिया गया। हालांकि पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।