- पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम
- छतों पर तैनात होंगे स्नाइपर्स, पांच से अधिक लोग एक जगह नहीं होंगे इकट्ठा
- अयोध्या में अकेले 3500 पुलिसकर्मियों के साथ कमांडो की होगी तैनाती
नई दिल्ली। भगवान राम की नगरी अयोध्या सज संवर रही है। आखिर वजह भी तो है, लंबी कानूनी लड़ाई के बाद रामलला विराजमान के लिए उनके घर का निर्माण कार्य शुरू होगा। पांच अगस्त को अभिजित मुहूर्त में पीएम नरेंद्र मोदी नींव में चांदी की ईंट रख भूमि पूजन करेंगे। इसी के साथ मंदिर निर्माण की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। अब ऐसे अवसर को भव्य बनाने के लिए न केवल तैयारियां शानदार तरीके से की जा रही हैं, बल्कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जा रहे हैं ताकि किसी तरह की बाधा न उत्पन्न हो। बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ एक बार फिर रविवार को अयोध्या का दौरा करेंगें।
पांच से अधिक एक जगह नहीं होंगे इकट्ठा
अयोध्या के एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि आयोजन में किसी तरह की रुकावट किसी भी रूप में न आए उसके लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। कोविड 19 के हालात को देखते हुए अयोध्या में किसी भी कोने पर भीड़ लगाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी जगह पर पांच से अधिक लोगों के खड़े होने की अनुमति नहीं होगी।
अयोध्या में कुछ इस तरह होगी सुरक्षा व्यवस्था
- अयोध्या की सीमाएं चार अगस्त से सील कर दी जाएंगी।
- कार्यक्रम स्थल पर वो लोग ही जा सकेंगे जिनके पास विशेष अनुमति होगी।
- डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि राम नगरी में 3,500 सुरक्षाकर्मी को तैनात किए जा रहे हैं।
- अयोध्या के पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कोविड-19 के दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन करवाने का आदेश दिया गया है।
- एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार को अयोध्या के पुराने एरिया की सुरक्षा का नोडल बनाया गया है। जबकि एडीजी लखनऊ जोन एसएन साबत फैजाबाद एरिया की सुरक्षा के प्रभारी होंगे।
- भूमि पूजन स्थल के आसपास और वीवीआईपी के रूट पर घरों व इमारतों की छतों में स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे। साथ ही एटीएस की कमांडों टीमें भी मौजूद रहेंगी।
- आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस वाले पांच हजार सीसीटीवी कैमरों के जरिए कार्यक्रम स्थल समेत अयोध्या के विशेष इलाकों की निगरानी की जाएगी।
- ड्रोन कैमरों के जरिए आसमान से भी नजर रखी जाएगी। पीएम के दौरे और रॉ के इनपुट के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जा रहें हैं।
- सुरक्षा इंतजामों व अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए आला अधिकारियों ने शुक्रवार को अयोध्या का दौरा किया।
जिला प्रशासन का कहना है कि कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए तीन अगस्त से पूरी अयोध्या नगरी में दिए जलाए जाएंगे। इसके साथ विशेष साउंड सिस्टम के जरिए रामधुनि बजाई जाएगी।