- CHIP,आशा, एएनएम और चिकित्सा अधिकारियों के लिए पहले से तैयाार एक ऑफलाइन इंटरलिंक्ड, मोबाइल एप्लीकेशन है।
- मोहम्मद शाहनवाज को ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
- मोहम्मद शाहनवाज की पहल को अब भारत सरकार भी बढ़ावा दे रही है।
Amazing Indians Awards 2022 : मोहम्मद शाहनवाज ने गैर-लाभकारी संगठन खुशी बेबी को लॉन्च किया। जिसके जरिए उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को ओवरहाल करने में मदद की। उनका एनजीओ भारत के सबसे बड़े स्वास्थ्य समाधान प्लेटफार्मों में से एक है जिसे CHIP या सामुदायिक स्वास्थ्य एकीकृत प्लेटफॉर्म कहा जाता है। CHIP, फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए एक एकीकृत इंटरफेस है । जो उन्हें एक सुरक्षित चैनल के माध्यम से डाटा को जोड़ने और साझा करने में मदद करता है। टाइम्स नाउ चैनल ने मोहम्मद शाहनवाज को ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए 'अमेजिंग इंडियन' पुरस्कार से सम्मानित किया।
कोविड में ऐसे की मदद
CHIP,आशा, एएनएम और चिकित्सा अधिकारियों के लिए पहले से तैयाार एक ऑफलाइन इंटरलिंक्ड, मोबाइल एप्लीकेशन है। जो प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की संपूर्ण कार्य आवश्यकता को पूरा करता है। वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को डिजिटल स्वास्थ्य जनगणना, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की ट्रैकिंग (परिवार नियोजन से प्रसवपूर्व देखभाल से लेकर प्रसवोत्तर देखभाल, टीकाकरण और बाल स्वास्थ्य तक), रेफरल केअर प्रबंधन, पोस्टमार्टम प्रबंधन, रोग प्रकोप निगरानी (वेक्टर-जनित रोग जो गर्भावस्था को प्रभावित करते हैं और बच्चों को प्रभावित करने वाले टीके-रोकथाम योग्य रोग सहित) में सहयोग करता है।
प्लेटफॉर्म सार्वजनिक स्वास्थ्य डेटा को ज्यादा पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में भी मदद करता है। CHIP वह जरिया बन गया जिसने कोविड के दौरान, राजस्थान में 1.5 करोड़ से अधिक लाभार्थियों की निगरानी के लिए अधिकारियों की मदद की। यह पहल अब पूरे राजस्थान में की जा रही है और शाहनवाज अपनी टीम के साथ इसे पूरे भारत में ले जाने के लिए काम कर रही है।
शिशु टीकाकरण दर में 12 फीसदी की बढ़ोतरी
खुशी बेबी संस्था के CHIP के जरिए शिशु टीकाकरण दर में 12 फीसदी की बढ़ोतरी, शिशु कुपोषण दर में 4 फीसदी की कमी, डेटा स्थिरता में 20 फीसदी की बढ़ोतरी और स्वास्थ्य शिविरों के तय समय पर आयोजन में 40 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। पिछले तीन साल में सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के अनुसार CHIP में कई अहम बदलाव किए गए और वह राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग के टेक्निकल सपोर्ट पार्टनर के रूप में काम कर रहा है। जिससे कि इस सुविधा को 35 हजार गांवों तक पहुंचाया जा सके। भारत सरकार ने हाल ही में अगले दो वर्षों में के CHIP राज्य-व्यापी विस्तार के लिए 107.55 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।