- उत्तराखंड सीएम तीरथ सिंह रावत की पत्नी डॉ. रश्मि त्यागी 'मिस मेरठ' रही हैं
- मुख्यमंत्री बनने की सूचना मिलते ही उनके ससुराल वालों की खुशी का ठिकाना ना रहा
- उनकी पत्नी ने एबीवीपी के बैनर तले छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ा था
उत्तराखंड के नए सीएम तीरथ सिंह रावत का मेरठ से गहरा रिश्ता है उनकी शादी मेरठ की रहने वाली डॉ. रश्मि त्यागी से हुई है जो "मिस मेरठ" रह चुकी हैं, 1998 में इनकी शादी हुई थी।उनके ससुराल में उनके सीएम बनने की खुशी जमकर मनाई गई बताते हैं कि खुशी के इस मौके पर ढोल नगाड़े बजाए गए और उनके अच्छे कार्यकाल के लिए प्रार्थना भी की गई।
खास बात ये है कि उत्तराखंड सीएम की पत्नी रश्मि त्यागी मिस मेरठ रही हैं, पति के सीएम बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपनी बेटी को मिठाई खिलाकर इसका जश्न मनाया। गौर हो कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे और बीजेपी के वरिष्ठ नेता तीरथ सिंह रावत को पार्टी ने मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी है मेरठ में खुशी का माहौल है, दामाद के मुख्यमंत्री बनने की सूचना मिलते ही तीरथ सिंह के ससुराल वालों की खुशी का ठिकाना ना रहा और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
तीरथ सिंह रावत की पत्नी डॉ. रश्मि त्यागी ने साल 1994 में सीसीएसयू कैम्पस से एबीवीपी के बैनर तले छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था बताते हैं कि उन्होंने साइकोलॉजी में एमफिल और पीएचडी की है।
तीरथ सिंह रावत के प्रोफाइल पर एक नजर
राजनीति में तीरथ सिंह की पहचान एक लो-प्रोफाइल नेता की रही है। जब त्रिवेद्र सिंह रावत राज्य के मुख्यमंत्री बने उस समय भी तीरथ का नाम सीएम पद की रेस में शामिल था। इनकी आरएसएस में पकड़ रही है। यह आरएसएस होते हुए भाजपा में आए और संगठन सचिव बने। आइए जानते हैं मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने वाले तीरथ सिंह की राजनीतिक यात्रा के बारे में।
उत्तराखंड में भाजपा की पहली सरकार में तीरथ शिक्षा मंत्री बनाए गए थे
तीरथ सिंह रावत का जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले के सिनरो गांव में हुआ। इनमें पिता का नाम कलम सिंह रावत और माता का नाम गौरा देवी है। तीरथ उत्तर प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष रहे हैं। साल 1997 में वह विधान परिषद के लिए चुने गए। बाद में इन्हें विधान परिषद का अध्यक्ष भी बनाया गया। उत्तराखंड में भाजपा की पहली सरकार में तीरथ शिक्षा मंत्री बनाए गए।
तीरथ सिंह उत्तराखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं
साल 2007 में तीरथ को उत्तराखंड में महासचिव बनाया गया। साल 2012 में वह विधायक चुने गए। पार्टी के प्रति इनके समर्पण को देखते हुए भाजपा ने साल 2013 में इन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया। साल 2019 के आम चुनाव में इन्होंने पौड़ी गढ़वाल से जीत दर्ज की।
इस सीट पर उन्होंने मनीष खंडूरी को 3.50 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। राज्य में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उनके ऊपर पार्टी को एकजुट रखने और उसे नए सिरे से तैयार करने की जिम्मेदारी होगी।