मुंबई: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी नेता अजीत पवार ने शुक्रवार को कहा कि हम सत्ता में हैं और हमारे पास बहुमत है। हम सरकार के रूप में निर्णय ले रहे हैं। अगर आप सत्ता में होते और बहुमत रखते तो क्या आप ऐसा नहीं करते? सरकार को ऐसे फैसले लेने का अधिकार है। संबंधित मंत्री और अधिकारी मिलकर फैसला ले रहे हैं। वे (एकनाथ शिंदे गुट) कहते हैं कि वे शिवसेना हैं। इसलिए शिवसेना+एनसीपी+कांग्रेस मिलकर हमारे पास बहुमत है। अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी नेता आज शाम 6.30 बजे मातोश्री (ठाकरे निवास) पर सीएम से मिलने जाएंगे। हमारा स्टैंड कल जैसा ही है। हम सरकार को स्थिर रखने की कोशिश करेंगे।
अजित पवार ने गुरुवार को कहा था कि हम गठबंधन सरकार को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने (राजनीतिक संकट के बारे में) फोन पर उद्धव ठाकरे से बात की। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। बजटीय फंड में कभी कोई कटौती नहीं की गई।अजित पवार, जिनके पास वित्त विभाग भी है। उन्होंने इस आलोचना को खारिज किया कि उन्होंने एमवीए सहयोगी कांग्रेस और शिवसेना को विकास फंड देने से इनकार कर दिया है।
एनसीपी नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र के आम लोग सीएम उद्धव ठाकरे और एमवीए सरकार के साथ हैं। शरद पवार ने आज कहा कि हम साथ हैं। एमवीए सरकार को तोड़ना असंभव है। मैं मोदी सरकार से कहना चाहता हूं कि महाराष्ट्र दिल्ली के सामने कभी नहीं झुकेगा और अंत तक लड़ेगा।
Maharashtra Shiv Sena Crisis Live Updates
गौर हो कि शिवसेना में फूट पड़ गई है। इसलिए उद्धव ठाकरे सरकार संकट में आ गई है। उधर शिवसेना के बागी विधायकों की कुल संख्या 38 हो गई है। हालांकि, शिंदे ने 55 में से 40 शिवसेना विधायकों के साथ-साथ 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। शिंदे ने दावा किया है कि उनका गुट ही असली शिवसेना है। इसके साथ ही उन्होंने 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विधानसभा सचिव को भेजा है और विधायक दल के नेता के रूप में अपनी तथा भारत गोगावाले की पार्टी के नए मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) के रूप में नियुक्ति के बारे में सूचित किया है। शिंदे के कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि शिंदे और अन्य विधायक कब मुंबई लौटेंगे।