- डॉ एस जयशंकर ने खास प्रसंगों का किया जिक्र
- जो खुद से ईमानदार उसकी झलक काम में
- देश में बड़े बदलाव साफ तौर पर नजर आ रहे हैं
पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में तरह तरह की दिलचस्प जानकारियां सामने आती रहती हैं। लेकिन कुछ ऐसी जानकारी जो उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी बयां करते हों तो बात ही कुछ और हो जाती है। न्यूयॉर्क में मोदी @ 20: ड्रीम्स मीट डिलिवरी पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने एक खास प्रसंग का जिक्र किया। उन्होंने अफगानिस्तान के मजार ए शरीफ में भारतीय कंसुलेट में आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी और उनके बीच संवाद की जानकारी दी।
अफगानिस्तान मुद्दे पर आया था फोन
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि कंसुलेट पर हमले के बाद जब पीड़ितों को निकाला जा रहा था तो रात में करीब नो कॉलर आई़डी से एक फोन आया। मोबाइल पर नो कॉलर आईडी देखकर वो समझ गए थे कि दूसरी तरफ कोई खास शख्स ही होगा। फोन पर आवाज आई कि जागे हो, मैंने कहा हां सर। उन्होंने पूछा कि टीवी देख रहे हो, मैंने कहा हां सर।
उसके बाद कहा कि यह यब कब तक खत्म हो जाएगा। मेरी तरफ से जवाब था कि कम से कम दो से तीन घंटे तो लग ही जाएंगे। फिर पीएम ने कहा कि बता देना। मैंने कहा कि आपके यहां जानकारी दे दूंगा तो उन्होंने कहा मुझे बता देना। अब इस तरह के भाव से आप समझ सकते हैं कि वो शख्स हर मुद्दे पर, संकट पर खुद को कितना जोड़ कर रखते हैं।
पीएम खुद बदलाव की देन
(पीएम) मोदी खुद बदलाव की देन हैं। तथ्य यह है कि उनके जैसा कोई अंततः भारत का प्रधान मंत्री बन गया है, यह खुद दिखाता है कि भारत कितना बदल गया है। जब आप राजनीतिक जीवन में होते हैं तो आपको अलग अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन जब कोई शख्स अपने प्रति, अपने काम के प्रति ईमानदार होता है तो उसकी झलक उसके काम में दिखाई देती है।