- छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प बनना इतना आसान नहीं
- टीएमसी ने अमेठी की ऐतिहासिक हार का हवाला देकर कांग्रेस पर निशाना साधा
- टीएमसी नेता जीत के बाद ममता बनर्जी को राष्ट्रीय स्तर के नेता होने का कर रहे हैं दावा
बीजेपी को टीएमसी और कांग्रेस आक्रामक अंदाज में घेरते हैं। दोनों दलों का मानना है कि बीजेपी की विचारधारा देश के लिए घातक है और इस पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए राष्ट्रीय फलक पर एक बड़े खेमे की जरूरत है। लेकिन उस खेमे की अगुवाई कौन करेगा उसे लेकर विपक्षी दल एक दूसरे पर ही निशाना साधते रहते हैं। पश्चिम बंगाल में जीत के बाद टीएमसी के हौसले बुलंद है।इस जीत के बाद टीएमसी नेता ममता बनर्जी को राष्ट्रीय स्तर का नेता बता रहे हैं तो छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने निशाना साधा है।
भूपेश बघेल और टीएमसी आमने सामने
हाल ही में भवानीपुर उपचुनाव में जीत के बाद टीएमसी नेताओं ने राष्ट्रीय स्तर पर ममता बनर्जी को सशक्त नेता बताया तो कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई। छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेले ने ट्वीट के जरिए कहा कि कुछ लोग कांग्रेस के कुछ लोगों पर निशाना साध कर राष्ट्रीय विकल्प का सपना देख रहे हैं। हकीकत में वो अपने बलबूते अपनी सीट नहीं जीत सकते जो कि निराशाजनक है। राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प बनने के लिए समन्वित प्रयास के जड़ों से जुड़ाव की जरूरत होती है। यह कोई तुरंत वाला रास्ता नहीं होता।
कांग्रेस की सोच के पीछे वैज्ञानिक आधार नहीं
भूपेश बघेल के इस बयान पर टीएमसी भी पीछे नहीं रही और अमेठी का जिक्र कर कहा कि कांग्रेस उस ऐतिहासिक हार को मिटाने के लिए ट्विटर ट्रेंड की मदद ले रही है। टीएमसी ने कहा कि भूपेश बघेल ने हाईकमांड को खुश करने का क्या रास्ता चुना है। टीएमसी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को अपने भौगोलिक विस्तार पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर जब आप कुछ कहते हों तो उसके पीछे कोई आधार भी होना चाहिए।