- सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पर हुई थी विधायकों की बैठक
- आप का आरोप, बीजेपी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है
- 'आप के विधायक निष्ठावान, सरकार को खतरा नहीं'
दिल्ली की आम आदमी पार्टी को किसी तरह का खतरा नहीं है क्योंकि उसके पास प्रचंड बहुमत है। यह बात अलग है कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के यहां सीबीआई की छापेमारी के बाद आप के नेता यह कहना शुरू कर दिए कि सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है। मनीष सिसोदिया ने खुद कहा कि उनको पार्टी तोड़ने का ऑफर दिया गया था। उसके बाद बुधवार को संजय सिंह राज्यसभा के सांसद मीडिया के सामने आए और विधायकों के रेट को साझा किया। उन्होंने बताया कि विधायकों को 20 करोड़ का और विधायकों को तोड़कर लाने वाले को 25 करोड़ का। इन सबके बीच गुरुवार को सीएम केजरीवाल के आवास पर विधायकों की बैठक 11 बजे होनी थी। लेकिन जब कुछ विधायकों के संपर्क की खबर नहीं आई तो आप नेता कहने लगे सरकार गिराने की साजिश रची है। हालांकि बैठक में जब 53 विधायक सशरीर और 8 विधायक वर्चुअली मौजूद हुए तो आप का सुर बदला और फिर कहा गया कि ऑपरेशन लोटस एक बार फिर फेल हुआ।
12 विधायकों से किया गया था संपर्क
बीजेपी ने हमारे 12 विधायकों से संपर्क किया और उन्हें पार्टी तोड़ने को कहा. वे 40 विधायकों को तोड़ना चाहते थे और प्रत्येक को 20 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे थे। आज हुई बैठक में 62 में से 53 विधायक मौजूद थे. स्पीकर देश से बाहर हैं और मनीष सिसोदिया हिमाचल में हैं। सीएम ने अन्य विधायकों से फोन पर बात की और सभी ने कहा कि वे अंतिम सांस तक सीएम केजरीवाल के साथ हैं।