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Exclusive: ऑपरेशन 'ढाका' से बहुत बड़ा खुलासा ! NIA भी हैरान, बिहार के मदरसे में 'आतंकी' स्लीपर सेल?

Updated Jul 21, 2022 | 19:16 IST

देश में बैन आतंकी संगठन JMB के स्लीपर सेल पर बहुत बड़ा खुलासा..ऑपरेशन ढाका। जामिया मारिया निसवा मदरसा ढाका, पूर्वी चंपारण बिहार, इसी मदरसे में लड़कियों को कुरान शरीफ और हदीस की तालीम देने वाले मौलवी मुफ्ती असगर अली को NIA ने गिरफ्तार किया है।

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बांग्लादेश के ढाका का हिंदुस्तान के ढाका से टेरर कनेक्शन। नेपाल बॉर्डर के करीब पूर्वी चंपारण जिले के ढाका में एक ऐसे स्लीपर सेल का खुलासा हुआ है। जिससे NIA भी हैरान है तो आइए देखते हैं देश में बैन आतंकी संगठन JMB के स्लीपर सेल पर बहुत बड़ा खुलासा..ऑपरेशन ढाका। जामिया मारिया निसवा मदरसा ढाका, पूर्वी चंपारण बिहार, इसी मदरसे में लड़कियों को कुरान शरीफ और हदीस की तालीम देने वाले मौलवी मुफ्ती असगर अली को NIA ने गिरफ्तार किया है। आरोप बेहद संगीन हैं, असगर अली पर हिंदुस्तान के ढाका में रहकर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन से जुड़े होने और हिंदुस्तानी मुस्लिम बच्चों-नौजवानों को ऑनलाइन ब्रेनवॉश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

19 जुलाई को NIA की टीम ने असगर अली को बिहार के मोतिहारी से करीब 26 किलोमीटर दूर ढाका के इसी मदरसे से धर दबोचा, मुफ्ती असगर पर देश में बैन आतंकी जमात के लिए स्लीपर सेल की तरह काम करने जैसे बेहद गंभीर आरोप हैं। ऐसे में टाइम्स नाउ नवभारत की टीम ने उस मदरसे में जाकर असगर के अतीत की तहकीकात की।

मुफ्ती असगर अली फिलहाल NIA की हिरासत में है। खबर तो ये भी है कि उसे NIA की टीम उत्तर प्रदेश ले गई है। असगर अली कहां का रहने वाला है? उसने तालीम कहां से हासिल की है? जमात उल मुजाहिदीन से उसके तार कैसे जुड़े? आपको हर बात बताएंगे लेकिन उससे पहले ढाका के जामिया मारिया निसवा मदरसे के उस मौलवी की बात सुनिए। जिसे असगर अली के साथ हिरासत में लेने और शुरुआती पूछताछ के बाद NIA ने छोड़ दिया।

असगर अली इस मदरसे में 2 महीने पहले ही आया था। वो यहां की मस्जिद के नायब इमाम मोहम्मद निसार के साथ रहता था। असगर जिस मस्जिद में रहता था। आपको वहां भी ले चलेंगे। लेकिन उससे पहले मदरसे के मौलवी ताजुद्दीन से असगर अली की कहानी सुनिए। NIA की टीम ने मुफ्ती असगर अली से बड़ी तादाद में मजहबी किताबें जब्त करने के साथ उसके लैपटॉप को भी अपने साथ ले गई। मुफ्ती असगर जिस मदरसे में 2 दिन पहले तक लड़कियों को मजहबी तालीम देता था, उसके अंदर का नजारा आज कैसा है?

हमने मदरसे की लड़कियों से भी बात की..पूछा कि जिस शख्स को बैन आतंकी संगठन से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है..वो उन्हें क्या पढ़ाता था? कैसा इंसान था? तो लड़कियों ने जो कहा..उसे सुनना भी जरूरी है। ये मदरसा रेजिडेंशियल है..यानी यहां पढ़ने वाली लड़कियां रहती भी यहीं हैं..लेकिन अब आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यहां के मौलवी की गिरफ्तारी से उन लोगों के जेहन में डर बैठ गया है..जिनकी बेटियां यहां रहकर पढ़ाई करती हैं

इस मदरसे के कर्ताधर्ता ढाका की जामा मस्जिद के नायब इमाम मोहम्मद निसार हैं..जो असगर अली की गिरफ्तारी के बाद से फरार हैं..पड़ताल के दौरान पता चला कि असगर मस्जिद के उसी कमरे में रहता था..जो नायब इमाम निसार के नाम अलॉट है। आतंकी जमात से जुड़ा मौलवी करीब 2 महीने से इस मस्जिद में रह रहा था..लेकिन इसकी खबर किसी को कानोंकान नहीं थी..ऐसे में अब मस्जिद से जुड़े लोग भी मुफ्ती असगर को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।

पूर्वी चंपारण पुलिस ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि असगर अली को भोपाल के जमात उल मुजाहिदीन मॉड्यूल केस में गिरफ्तार किया गया है। नेपाल बॉर्डर के करीब जिस तरह से पहले बिहार के दरभंगा का PFI कनेक्शन सामने आया और अब मोतिहारी के ढाका से जमात उल मुजाहिदीन से जुड़े मौलवी को पकड़ा गया है..ये बेहद चिंताजनक है।

हालांकि, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को ये नहीं भूलना चाहिए कि इस स्लीपर सेल को लोकल पुलिस-प्रशासन ने नहीं बल्कि देश की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने ब्रेक किया है..बहरहाल, आपको उस केस के बारे में भी बता देते हैं..जिसकी जांच का दायरा भोपाल से बिहार के ढाका तक पहुंच गया है। इसी साल मार्च में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से JMB से जुड़े 4 संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया था..चारों बांग्लादेशी नागरिक थे..जो हिंदुस्तान में बांग्लादेशी आतंकी संगठन के स्लीपर सेल बनाने की फिराक में थे।

भारत सरकार ने 23 मई 2019 को जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश को UAPA कानून के तहत बैन कर दिया था..बावजूद इसके भारत में इसकी गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी महीने असम की राजधानी गुवाहाटी से JMB के संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया गया..जुलाई 2021 में कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से JMB के 3 संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया था। जबकि नवंबर 2021 में NIA ने पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना से JMB के एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया था। अक्टूबर 2019 में तब के NIA प्रमुख वाई सी मोदी ने बताया था कि जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश पूरे भारत में पैर पसारने की साजिश में जुटा है। NIA ने ऐसे 125 संदिग्धों की लिस्ट भी अलग-अलग राज्यों से शेयर की थी।

जिहाद की फैक्ट्री जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश 2018 के बोधगया ब्लास्ट समेत कई आतंकी वारदातों में शामिल रहा है। इस आतंकी जमात का गठन 1998 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुआ था।JMB बांग्लादेश में कई फिदायीन हमलों और आतंकी वारदातों में शामिल रहा है। इस आतंकी संगठन ने 17 अगस्त 2005 को बांग्लादेश के 64 में से 63 जिले को करीब 7 मिनट तक बम धमाकों से दहला दिया था।

ऐसे में इस खतरनाक आतंकी संगठन के स्लीपर सेल का हिंदुस्तान में पैर पसारना बहुत बड़ा चैलेंज बन गया है। NIA ने जिस तरह से इसके दहशतगर्दों पर शिकंजा कसा है..उसी तरह से राज्यों की पुलिस को भी इस आतंकी जमात के नापाक मंसूबों को नाकाम करना होगा। 

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