- गुजरात में इस वर्ष के अंत में विधानसभा का चुनाव
- आप ने पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतरने का किया फैसला
- कांग्रेस का दावा इस बार होगा बदलाव
गुजरात के चुनाव कुछ ही महीनों में होने हैं। वहां करीब 3 दशकों से BJP सत्ता में है। 2001 से पहले भी, 2001 के बाद तो बिना किसी संदेह के, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा ही गुजरात में BJP को सत्ता के आसमान पर बनाए हुए है।लेकिन अबकी बार क्या होगा? क्योंकि आपने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गुजरात दौरा तो देखा ही होगा। सुना होगा जीत के उनके दावों को। फ्री वाले उनके वादों को।कांग्रेस भी जोर लगा रही है। ये और बात है कि वो हार्दिक पटेल जैसे पाटीदार नेताओं को भी BJP में जाने से नहीं रोक पायी।
जनता के मूड को समझें
ETG रिसर्च के साथ Times Now नवभारत का ये सर्वे गुजरात के वोटर्स की नब्ज आपके सामने रखने वाला है। हमारा सर्वे बताने वाला है कि गुजरात में AAP कितना बड़ा फैक्टर है, गुजरात का मुद्दा क्या है, और आज चुनाव हों तो किसकी कितनी सीटें आने वाली है।सर्वे एजेंसी ETG Research ने इस सर्वे के लिए जो सैंपल साइज लिया है वो 4540 (चार हजार पांच सौ चालीस)। इस सर्वे में Random Calling और लोगों के बीच जाकर उनकी राय लेने की Methodology अपनायी गई है।वो सवाल जिसमें हमने सीट का प्रोजेक्शन जाना है, उसका सैंपल साइज 18500 (अठ्ठारह हजार पांच सौ) का है
गुजरात का जातिगत समीकरण
2017 विधानसभा चुनाव में वोट %
बीजेपी कांग्रेस अन्य
अगड़ी जातियां 55% 36% 9%
पाटीदार/ पटेल 61% 35% 4%
OBC क्षत्रीय/ ठाकोर 45% 45% 10%
कोली/ अन्य OBC 52% 38% 10%
दलित 39% 53% 8%
आदिवासी 45% 44% 11%
मुस्लिम 27% 64% 9%
गुजरात का जातिगत समीकरण
2019 लोकसभा चुनाव में वोट %
बीजेपी कांग्रेस अन्य
अगड़ी जातियां 82 % 17% 2%
पाटीदार/ पटेल 63% 25% 13%
OBC क्षत्रीय/ ठाकोर 58% 36% 6%
कोली/ अन्य OBC 78% 19% 3%
दलित 28% 67% 6%
आदिवासी 61% 30% 9%
मुस्लिम 25% 70% 5%
आज चुनाव हुए तो गुजरात में किसे कितनी सीटें ?
A.बीजेपी 115-125
B. कांग्रेस 39-44
C. AAP 13-18
D. अन्य 2-4
कांग्रेस को ज्यादा नुकसान
अगर इस समीकरण पर ध्यान दें तो परंपरागत तौर पर जो तबका कांग्रेस के लिए वोट करता रहा है वो तबका आम आदमी पार्टी के साथ जा सकता है। ऐसी सूरत में 2017 में कांग्रेस की सीटों में जो कमी आई थी उसमें और कमी आ सकती है। इसका अर्थ यह है कि आप जिस दमखम के साथ उतरने की बात कर रही है उस हिसाब से उसे कामयाबी तो नहीं निल रही है। लेकिन कांग्रेस के लिए चेतावनी है।