- कथित तौर पर 60 लड़कियों के नहाते हुए वीडियो बनाने का मामला
- विवि प्रशासन ने दावा किया खारिज- किसी और की नहीं बनी है क्लिप
- स्टूडेंट्स बोले- मामला दबाकर रफा-दफा करने का यह विवि का प्रयास
Chandigarh University MMS Leak Case: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) के एमएमएस कांड में गिरफ्तार की गई आरोपी लड़की (विश्वविद्यालय की एमबीए फर्स्ट ईयर की) को ब्लैकमेल किया गया था। हॉस्टल की और लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो साझा करने के लिए उस पर दबाव बनाया गया था। सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि मामले में अरेस्ट किए गए दो अन्य आरोपियों (सनी मेहता और उसका दोस्त रंकज वर्मा) ने लड़की को ब्लैकमेल कर उससे बाकी लड़कियों के नहाते हुए वीडियो मांगे थे।
आरोप है कि दोनों ने लड़की से कहा था कि अगर उसने कॉमन वॉशरूम में हॉस्टल की बाकी लड़कियों के वीडियो को शूट कर शेयर नहीं किया तो वे लोग उसके प्राइवेट वीडियो वायरल कर देंगे। पुलिस ने इस केस में तीन लोग अरेस्ट किए हैं, जिसमें 23 साल का युवक आरोपी छात्रा का बॉयफ्रेंड भी बताया गया। वह हिमाचल प्रदेश से है।
पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ विवि में छात्रा की ओर से बाथरूम में कई और लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने के आरोपों की जांच के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, जिसकी सभी सदस्य महिलाएं हैं। इस बीच, मोहाली के खरड़ के एक कोर्ट ने छात्रा समेत तीनों आरोपियों को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
दरअसल, इस मसले पर पंजाब के मोहाली में शनिवार रात विश्वविद्यालय परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। कुछ छात्रों ने यह भी दावा किया कि छात्रा के बनाए वीडियो लीक भी हो गए। हालांकि, विवि प्रशासन ने इन दावों को सिर से खारिज किया। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि बेटियां हमारी शान और सम्मान हैं, ऐसी कोई भी घटना अत्यंत निंदनीय है।