बिहार से बहुत बड़ी ब्रेकिंग न्यूज आ रही है। बिहार में JDU और बीजेपी के रिश्तों में दरार और बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार अगले दो-चार दिनों में कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं। ये बड़ा फैसला क्या होगा इस पर सस्पेंस है। कहा ये जा रहा है कि नीतीश-बीजेपी से दूसरी बार रिश्ता तोड़ सकते हैं। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से बिहार में RCP सिंह को लेकर बीजेपी और जेडीयू के रिश्ते की तल्खी बढ़ती जा रही थी। RCP जो JDU में नीतीश कुमार के बाद सेकंड लाइन के सबसे ताकतवर नेता माने जाते थे। उनके ऊपर JDU ने करप्शन के संगीन आरोप लगा दिए। इससे पहले RCP को तीसरी बार जेडीयू ने राज्यसभा भेजने से इनकार कर दिया। जिसकी वजह से उन्हें मोदी कैबिनेट से हटना पड़ा। आज इस पूरे मसले पर पटना में JDU के अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस की और उसमें उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बगैर ताबड़तोड़ अटैक किए।
अब आपको कुछ चीजें ग्राफिक्स के जरिए समझाते हैं। आज दिल्ली में नीति आयोग की बैठक थी। उसमें नीतीश कुमार नहीं आए। पिछली तीन मौके ऐसे हैं जब नीतीश को दिल्ली में होना चाहिए था। खासकर तब जब वो बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं लेकिन नीतीश इन मौकों पर नहीं आए। कहा गया उन्हें कोरोना है। इस वजह से वो दिल्ली नहीं आ पा रहे हैं। लेकिन पटना में चर्चा कुछ और है। खैर, आप हाल-फिलहाल के वो तीन मौके देखिए जिसमें नीतीश नहीं आए ।
- नीति आयोग की बैठक दिल्ली में, नीतीश नहीं आए
- राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान में भोज,उसमें नीतीश नहीं
- रामनाथ कोविंद की विदाई समारोह में नीतीश नहीं
नीतीश-बीजेपी के बीच दूरियां बढ़ रही हैं लेकिन आरजेडी ने चुप्पी साध रखी है। आज पटना में तेजस्वी यादव के महंगाई प्रोटेस्ट में टाइम्स नाउ नवभारत के रिपोर्टर साकेत कुमार ने सीधा सवाल किया। सवाल ये है कि क्या ये सब को-इंसिडेंस है या नीतीश के मन में कुछ और खिचड़ी पक रही है। क्या नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होने का मन बना लिया है। अगर ऐसा है तो वो क्यों है उसका इशारा जेडीयू साफ-साफ दे रही है। पटना में राजनीतिक माहौल अचानक से
नीतीश-बीजेपी अलग होने वाले हैं ?
- नीति आयोग की बैठक में नीतीश के नहीं आने से कयास
- RCP सिंह के JDU से अलग होने के बाद घमासान
- RCP पर JDU की तरफ से करप्शन के आरोप
- JDU और RJD ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई
- 9 अगस्त को पटना में JDU विधायक दल की बैठक
- DU ने सभी MLA-सांसदों को कल पटना बुलाया- सूत्र
- जीतन राम मांझी गुट की भी बैठक बुलाने की खबर
बिहार में किसके पास कितने विधायक हैं। अगर नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो जाते हैं तो ऐसी हालत में क्या होगा ?
बिहार में फिर से नीतीश+RJD की सरकार ?
नीतीश + आरजेडी = 124
बहुमत = 122
बिहार में किसके साथ कितने विधायक ? आपको विधानसभा में नंबर गेम का पूरा गणित दिखाते हैं। किसके पास कितने विधायक हैं।
आरजेडी - 79 (अनंत सिंह की सदस्यता खत्म )
कांग्रेस - 19
CPI( ML) - 12
CPM- 02
CPI - 02
जीतन राम मांझी - 04
जेडीयू - 45
बीजेपी - 77
निर्दलीय -01
बिहार में अगर नीतीश और आरजेडी एक साथ जा रहे हैं तो फिर बीजेपी क्या करेगी। फिलहाल बीजेपी के पास नंबर नहीं दिख रहे।