- ओवैसी बोले- नमाज के लिए तालाब से वजू की इजाजत मिलनी चाहिए
- ओवैसी ने की पीएम मोदी से अपील- पीएम को तोड़नी चाहिए चुप्पी
- देश में जो हो रहा है वो ठीक नहीं हो रहा है- ओवैसी
Gyanvapi Masjid Survey के दौरान श्रृंगार गौरी मंदिर के सबूत मिलने पर Asaduddin Owaisi ने बड़ा बयान दिया है। Owaisi ने कहा, Gyanvapi Masjid पर 'Worship Act' लागू होता है, इस पर PM Modi कुछ क्यों नहीं बोलते है। देश में जो हो रहा है वो ठीक नहीं है। ओवैसी ने कहा, 'डीएम याचिकाकर्ताओं का सहयोग कर रहे हैं। नमाज के लिए तालाब से वजू की इजाजत मिलनी चाहिए।'
ओवैसी ने कही ये बात
टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए ओवैसी ने कहा- 'अब आप बोलोगे की हाजी अली की दरगाह वहां नहीं है, और ऐसे कई मस्जिदों को निकलेगा। और आज जो बीजेपी वाले बोल रहे हैं कि ज्ञानवापी पर 1991 का एक्ट लागू नहीं होता है, मैं विनम्रता से कहूंगा कि आप 91 का एक्ट पढ़ लीजिए जब संसद में बिल पास हुआ था पैरा नंबर 684 से 691 और 701 से 709 में उमा भारती ने सवाल किया था कि ज्ञानवापी का क्या होगा। वोटिंग हुई और बीजेपी हार गई कानून बन गया। तो ज्ञानवापी इसमें शामिल है, मथुरा इसमें शामिल है। तो प्रधानमंत्री से अपील है कि वो इस मुद्दे पर आरएसस के लोगों पर रोक टोक लगाएं।'
पीएम से की अपील
ओवैसी ने कहा, 'आप खुदा के लिए इस देश को उस दौर में लेकर मत जाइए। सियासी फायदा मत देखिए, देश के अमन को देखिए। सुप्रीम कोर्ट ने नहीं कहा कि आप जाकर वहां सर्वे करिए। सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया था। सर्वे कमिश्नर को इसलिए हटा दिया क्योंकि उसने रिपोर्ट लीक कर दी। कोर्ट ने उसी कोर्ट में केस ट्रांसफर कर दिया क्योंकि लोअर कोर्ट के जज ने बिना मुस्लिमों को सुने एक ऑर्डर पास कर दिया।' ओवैसी का पूरा इंटरव्यू यहां देख सकते हैं।