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Rashtravad: नए साल पर Galwan में चीनी झंडा? Congress अफवाह फैला रही है या सरकार छिपा रही है सच?

Updated Jan 03, 2022 | 19:51 IST

चीन की सत्ताधारी पार्टी के मुखपत्र अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने 1 जनवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए कहा कि नए साल के मौक़े पर गलवान घाटी में चीन का झंडा फहराया गया।

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मुख्य बातें
  • चीन के गलवान में झंडा फहराने का वीडियो हो रहा है वायरल
  • चीन के इस वीडियो को लेकर विपक्ष सरकार पर कर रहा है हमले
  • कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले- गलवान में तिरंगा अच्छा लगता है

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर चीनी सैनिकों का एक वीडियो वायरल हो रहा है, इस वीडियो के साथ दावा हो रहा है कि नए वर्ष पर चीन का राष्ट्रीय झंडा गलवान घाटी में फहराया गया। टाइम्स नाउ नवभारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। ये वीडियो चीन के प्रोपेगेंडा का हिस्सा हो सकता है। लेकिन इस वीडियो ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सरकार पर हमले का मौका दे दिया है। राहुल गांधी ने क्या कहा, उसे आपको बताएं उससे पहले आप चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के गलवान पर किए गए दावे को भी जान लें।

 चीन की सरकारी मीडिया ने ट्वीट किया वीडियो

1 जनवरी को चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सैनिकों का वीडियो ट्वीट किया और लिखा - 'गलवान घाटी में भारत के साथ लगी सीमा पर, "1 इंच भी जमीन नहीं देंगे" के संकल्प के साथ PLA के सैनिकों ने चीनी लोगों को नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं।' 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय सैनिकों की झड़प हुई थी। जिसमें कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू समेत भारत के 20 वीर सैनिकों ने बलिदान दिया था। गलवान पर चीनी वीडियोज़ को लेकर भारत की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। वीडियो अगर गलवान घाटी में ही बनाया गया तो वहां किस हिस्से में इसे तैयार किया गया है, इसकी भी कोई जानकारी अभी नहीं मिल सकी है। लेकिन नए वर्ष पर गलवान को लेकर चीन के मीडिया का ट्विस्ट उनकी नीयत को तो उजागर करता है। 

राहुल और दिग्गी का ट्वीट

2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिक जब से आमने-सामने आए, मोदी सरकार को उसकी चीन नीति को लेकर विपक्ष लगातार घेर रहा है।गलवान पर चीन के नए वीडियोज सामने आने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है - 'हमारा तिरंगा गलवान में अच्छा दिखता है। चीन को जवाब दिया जाना चाहिए। मोदी जी, चुप्पी तोड़ो।' कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बयान और तीखा है 'मोदी जी चीन को लाल आँखें नहीं दिखाना चाहते हैं। उन पर चीन के एहसान हैं। जब अमेरिका उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री होने के बावजूद वीजा नहीं दे रहा था तब उन्हें चीन ने सम्मानित किया था। इसीलिये वे चीन से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं बिगाड़ना चाहते।'

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राष्ट्रवाद में आज के सवाल 

1. गलवान घाटी में 'चीनी झंडे' का सच क्या है ? 

2. गलवान पर चीन का प्रोपेगेंडा, राहुल का एजेंडा?

3. गलवान में 'चीनी झंडे' पर सरकार की चुप्पी क्यों है ?

4. राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति क्यों? 

5. पूर्वी लद्दाख में चीन से निपटने के लिए नीति बदलने की जरूरत?

ऐसी तस्वीरें भी आई सामने

चीन के वीडियोज में जहां नए साल के मौके पर गलवान में चीनी झंडा फहराने की तस्वीरें दिख रही हैं, तो वहीं नए साल पर पूर्वी लद्दाख में LAC पर कई बॉर्डर पोस्ट्स पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच मिठाइयों के आदान-प्रदान की तस्वीरें भी सामने आई हैं। इन वीडियोज को लेकर भी ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि -अगर ये सही है तो ये अक्टूबर में भारतीय पक्ष के अतार्किक मांग की वजह से गतिरोध में खत्म हुई 13वीं कोर कमांडर स्तर बातचीत के बाद सकारात्मक संकेत है।

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