नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से देश के कई राज्यों में स्थिति गंभीर है। लेकिन इसी बीच 5 राज्यों में चुनाव हुए। 4 राज्यों में चुनाव हो चुके हैं, जबकि पश्चिम बंगाल में अभी भी मतदान जारी हैं। चुनावी रैलियों में जमकर भीड़ उमड़ रही है और कोविड 19 के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। इसी को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया कि कोरोना वायरस मामलों में फिर से तेजी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के सिलसिले में राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।
राज्य में कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। इसी के बाद अब चुनाव आयोग ने राज्य में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। 16 अप्रैल को कोलकाता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है और इसमें सभी दलों के नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है जो पश्चिम बंगाल में चल रहे चुनाव लड़ रहे हैं।
कोरोना वायरस से बिगड़ती स्थिति के बीच चुनाव प्रचार पर चर्चा करना बैठक का एजेंडा है। सूत्रों की मानें तो आयोग को उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के शेष चार चरणों के लिए चुनाव प्रचार करते समय राजनीतिक दल नियमों का सख्ती से पालन करेंगे।
हाई कोर्ट ने दिया कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने का आदेश
13 अप्रैल को मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया कि सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और यदि आवश्यक हो तो पुलिस अधिकारियों की सहायता ली जाए। पीठ ने कहा कि हम एक असाधारण स्थिति से गुजर रहे हैं और इसके लिए असाधारण उपायों की जरूरत है। पीठ ने कहा कि यह जनहित में है कि प्रशासन सुनिश्चित करे कि सभी पक्ष कोविड संबंधी सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें, जिनमें चुनाव प्रचार गतिविधियों से जुड़े लोग भी शामिल हैं।