- गुरुवार को 46 हजार से ज्यादा केस आए, 58 फीसद से अधिक केस केरल से
- सोशल डिस्टेंसिंग और मॉस्क को लेकर लोग हुए बेफिक्र
- केरल में बढ़ रहे कोरोना केस के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है
देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार कम हुई है, लेकिन केरल से परेशान करने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है, बुधवार को पूरे देश में 35 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हुए थे और गुरुवार को यह आंकड़ा 46 हजार के पार है, खास बात यह है कि 58 फीसद से ज्यादा केस केरल से सामने आए हैं, जबकि शेष राज्यों में कोरोना के केस कम हो रहे हैं, ऐसे में सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।
केरल में बढ़ रहे हैं कोरोना केस
अब सवाल यह है कि कोरोना के बढ़ते हुए केस के पीछे की वजह क्या है। क्या सरकार की तरफ से किसी तरह की चूक हो रही है, क्या आम लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मॉस्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या वैक्सीनेशन के काम में लापरवाही हो रही है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केरल से जिस तरह बढ़े हुए केस सामने आ रहे हैं निश्चित तौर पर चिंता बढ़ाने वाले हैं। इस बात की कोशिश की जा रही है कि बढ़ते हुए केस की वजहों के बारे में पुख्ता जानकारी हासिल की जा सके।
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि जिस तरह से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है वैसे में केरल से बढ़ते हुए केस चिंता की बड़ी वजह है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना किस तरह से खुद को कई गुणा बढ़ा देता है और छोटी सी लापरवाही ना सिर्फ केरल बल्कि पूरे देश के लिए भारी पड़ेगा। हम सबको पता है कि अब देश के दूसरे राज्य भी धीरे धीरे अपने आपको अनलॉक कर चुके हैं, लोग एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में आवाजाही कर रहे हैं। अब ये हालाता कोरोना के फैलाव के लिए उचित मौका देते हैं। अगर बात वैक्सीनेशन की करें तो गैर बीजेपी राज्य पहले से आरोप लगाते रहे हैं कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है। लेकिन यह देखना होगा कि राज्यों के पास जितनी वैक्सीन उपलब्ध है उसका इस्तेमाल किस तरह से हो पा रहा है।