- करीब एक माह से नहीं हुई किसी परिजन से बात
- सरकारी अफसर रहे दोनों बुुजुर्ग
- जयपुर के विवेक विहार क्षेत्र का मामला
Jaipur News: आज की जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हैं कि, अपनों के लिए उनके पास समय ही नहीं है। जयपुर में एक सप्ताह में इस असंवेदशीलता की दूसरी घटना सामने आई है। जयपुर के पॉश क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हो गई। हैरानी की बात तो ये है कि न ही परिजनों और न ही आस—पड़ोस के लोगों ने उनसे कई दिनों से संपर्क किया था।
दंपत्ति की मौत के बाद जब घर से शवों के गलने के कारण तेज बदबू आने लगी, तब लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घर के अंदर से लगा ताला तोड़ा तो अंदर इस कपल के शव बुरी हालत में पड़े थे।
11 अप्रैल के बाद से किसी परिजन से नहीं हुई बात
पुलिस ने बताया कि, राजधानी जयपुर के विवेक विहार में बुधवार सुबह बुजुर्ग दंपत्ति 92 वर्षीय सत्यप्रिय नागर और उनकी पत्नी 90 वर्षीय मधु के शव मिले हैं। सत्यप्रिय बीएसएनएल से सेवानिवृत अफसर थे, वहीं उनकी पत्नी राजस्थान विश्वविद्यालय में हिंदी की प्रोफेसर थीं। दोनों सालों से घर में अकेले ही रह रहे थे। हैरान कर देने वाली बात ये है कि पुलिस को जांच में पता चला कि इस दंपत्ति की 11 अप्रैल के बाद से परिवार के किसी सदस्य से बात नहीं हुई थी। लेकिन किसी ने आस—पड़ोस या पुलिस से संपर्क नहीं किया। बुधवार सुबह बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया। अंदर दोनों के शव बैड के पास सड़ी गली स्थिति में पड़े थे। पुलिस ने बताया कि जब वे अंदर घुसे तो पूरे घर की लाइटें, पंखे और कूलर चल रहे थे।
25 साल से रह रहे थे कॉलोनी में
पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलवाकर साक्ष्य जुटाए हैं। पोस्टमार्टम के बाद ही दंपत्ति की मौत का सही कारण पता चल सकेगा। पड़ोसियों ने बताया कि, यह परिवार पिछले करीब 25 साल से इस कॉलोनी में रह रहा था। लंबे समय से पड़ोसियों ने उन्हें बाहर निकलते हुए नहीं देखा था। उनके शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा है।