- राजस्थान में सियासी संकट बना हुआ है
- सचिन पायलट और 18 विधायकों ने बागी तेवर अपना लिए हैं
- अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास बहुमत है
नई दिल्ली: राजस्थान में चल रहे राजनीतिक झगड़े के बीच एक वरिष्ठ विधायक और सचिन पायलट के कट्टर समर्थकों में से एक हेमाराम चौधरी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के 10-15 विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि वे (विधायक) स्वतंत्र होने के बाद पक्ष बदल देंगे। चौधरी ने कहा, 'अशोक गहलोत खेमे के 10-15 विधायक हमारे संपर्क में हैं और कह रहे हैं कि वे आजाद होते ही हमारी तरफ आएंगे। अगर गहलोत प्रतिबंध हटा देते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि कितने विधायक उनके पक्ष में हैं।'
हेमाराम चौधरी उन 18 विधायकों में से एक है जो सीएम गहलोत के साथ इस लड़ाई में पायलट का समर्थन कर रहे हैं।
इससे पहले सचिन पायलट गुट को अयोग्यता नोटिस मामले में राजस्थान हाई कोर्ट से 24 जुलाई को बड़ी राहत मिली। हाई कोर्ट ने सचिन पायलट गुट की याचिका पर सुनवाई करते हुए यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया। अदालत ने राजस्थान स्पीकर सीपी जोशी के 14 जुलाई के नोटिस पर कोई कार्रवाई न करने का आदेश दिया। उससे पहले हाई कोर्ट ने स्पीकर सीपी जोशी से 24 जुलाई तक विधायकों पर कोई कार्रवाई न करने के लिए कहा था।
कांग्रेस के संपर्क में हैं पायलट खेमे के कई विधायक : पांडे
वहीं कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री अविनाश पांडे ने सोमवार को कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के कई विधायक कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं। एक सवाल के जवाब में पांडे ने कहा कि निश्चित रूप से कई विधायक संपर्क में हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ऐसे विधायकों की संख्या तीन बताई है लेकिन पांडे ने कहा कि यह संख्या अधिक भी हो सकती है। पांडे ने कहा कि गहलोत सरकार से बगावत कर गए विधायक अगर अपनी गलतियों को मानते हुए माफी मांगते हैं और पार्टी आलाकमान के सामने अपनी चिंताएं रखते हैं तो निश्चित रूप से उन्हें आने वाले समय में कांग्रेस में सम्मान दिया जा सकता है।