- भारत-नेपाल के 15 तीर्थ स्थलों पर मुफ्त में कराई जाएगी यात्रा
- आवेदन प्रक्रिया शुरू, 10 जुलाई तक है मौका रजिस्ट्रेशन का
- जयपुर के अलाव 7 जिलों से चलेगी ट्रेन
Indian Pilgrimage Sites Tour: राजधानी जयपुर के लोगों के लिए बड़ी खबर है। भारत-नेपाल के 15 तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाने के लिए राज्य सरकार ने वरिष्ठ नागरिक फ्री तीर्थ यात्रा शुरू किया है। इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है जो 10 जुलाई तक चलेगी। इस योजना के तहत राज्य के 20 हजार बुजुर्गो को यात्रा करवाई जाएगी, जो ट्रेन और फ्लाइट के जरिए होगी। इस योजना के तहत बुजुर्गों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराने की योजना है।
जानकारी के लिए बता दें इस यात्रा में उन व्यक्तियों को नहीं ले जाया जाएगा, जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम न हो। किसी प्रकार के संक्रामक रोग जैसे टी.बी आदि रोग से ग्रसित जो होगा उसे यात्रा के लिए नहीं ले जाया जाएगा। ऐसे आवेदक जिनकी उम्र 70 साल से ऊपर है और जीवन साथी साथ में यात्रा नहीं कर रहे हैं तो वह अन्य व्यक्ति को सहायक के रूप में लेकर चल सकता है।
ये है पूरी योजना
प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों को राज्य के 7 अलग-अलग जिलों से ट्रेन उपलब्ध होगी। ये ट्रेन जयपुर के अलावा जोधपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर, बीकानेर और अजमेर जिलों से चलेगी। ट्रेन से 18 हजार बुजुर्गों को यात्रा करवाई जानी है, जबकि 2 हजार बुजुर्गों को हवाई जहाज से नई दिल्ली से नेपाल लेकर जाया जाएगा। ये यात्रा मानसून के बाद सितम्बर-अक्टूबर के महीने में शुरू होगी। आवेदन देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर दिए लिंक के जरिए कर सकेंगे। यह वेबसाइट https://devasthan.rajasthan.gov.in है। आवेदन के समय आधार कार्ड का होना जरूरी है। आवेदन करने वालों के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए, साथ ही आवेदन के दौरान मेडिकल ऑफिसर से यात्रा के लिए फिटनेस का प्रमाण पत्र भी देना होगा। आवेदन करते समय एक व्यक्ति 3 तीर्थ स्थलों की प्रायोरिटी भी दे सकता है। यात्रा के लिए आने वाले आवेदनों की लॉटरी निकाली जाएगी, जिसमें सफल होने वाले 20 हजार आवेदकों को ही यात्रा पर लेकर जाया जाएगा।
ये तीर्थ स्थल हैं शामिल
जानकारी के लिए बता दें कि पशुपतिनाथ-काठमांडू की यात्रा हवाई जहाज से करवाई जाएगी। ट्रेन के माध्यम से प्रयागराज-वाराणसी, वेलनकानी चर्च (तमिलनाडु), कामाख्या (गुवाहाटी), बिहार शरीफ, हरिद्वार-ऋषिकेश, गंगासागर, उज्जैन-ओंकारेशवर, रामेश्वरम, तिरुपति, द्वाराकापुरी- सोमनाथ, वैष्णो देवी-अमृतसर, मथुरा-वृंदावन, जगन्नाथपुरी और सम्मेदशिखर-पावापुरी की यात्रा करवाई जाएगी।