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डायइबिटीज के न‍िशाने पर हैं मेट्रो स‍िटीज के युवा, जानें क‍िस वजह से बज रही है शुगर की बीमारी की घंटी

Updated Nov 25, 2020 | 13:12 IST

Sugar problem in youngsters : मेट्रो शहरों के युवा तेजी से शुगर की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। एक शोध में ये चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं और साथ ही इनकी वजहों का भी खुलासा हुआ है।

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diabetes problem in youth

देश में 20 साल आयु वर्ग के लोगों में से आधे से अधिक पुरुषों एवं दो तिहाई महिलाओं को उनके जीवनकाल में मधुमेह की बीमारी हो सकती है और उनमें से अधिकतर लोगों में टाइप टू का मधुमेह होने की आशंका है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। इस अध्ययन में भारतीय महानगरों में रह रहे किसी भी आयु वर्ग या बॉडी मास इंडेक्स के लोगों में उनके जीवनकाल में मधुमेह होने की आशंका का आकलन किया गया है। 

इस अनुसंधान को डायेबेटोलॉजिया पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि देश में करीब 7.7 करोड़ वयस्क मधुमेह से पीड़ित हैं और इस वजह से देश पर पहले ही स्वास्थ्य बोझ है। 2045 तक इस संख्या के दुगुना होने की आशंका है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2045 तक देश में 13.4 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हो सकते हैं।

क्‍या है इस तरह शुगर के मरीज बढ़ने की वजह 
उन्होंने बताया कि देश में शहरीकरण तेजी से हो रहा है और गुणवत्ता पूर्ण आहार का अभाव तथा शारीरिक गतिविधि में कमी का भी इस छिपे महामारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान है। इस अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने देश के शहरी हिस्से में उम्र, लिंग एवं बीएमआई आधारित मधुमेह की दर का आकलन किया है। यह सेंटर फॉर कार्डियोमेटाबोलिक रिस्क रिडक्शन इन साउथ एशिया के आंकड़ों (2010-2018) पर आधारित है।

क‍ितना बड़ा है खतरा 
उन्होंने 2014 में भारत सरकार द्वारा तैयार की गई समय-सारणी से आयु, लिंग, और शहरी-मृत्यु दर का तथा मधुमेह के प्रसार पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के शोध इंडिया डायबीटिज (2008-2015) का विश्लेषण किया ।

विश्लेषण के आधार पर वैज्ञानिकों ने कहा कि 20 साल के ऐसे पुरुष एवं महिलायें जिन्हें आज मधुमेह नहीं है, उनमें जीवन काल में यह बीमारी होने का खतरा क्रमश: 56 एवं 65 प्रतिशत है। इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पूरे जीवन काल में आम तौर पर महिलाओं के मधुमेह से पीड़ित होने का खतरा अधिक रहता है। अध्ययन के अनुसार ऐसे लोग जिनकी उम्र अभी 60 साल है और जिन्हें मधुमेह नहीं है उनमें से करीब 38 फीसदी ​महिलाओं एवं 28 प्रतिशत पुरूषों में यह बीमारी होने का खतरा रहेगा।

इसमें चेताया गया है कि इन अनुमानों पर मोटापे का पर्याप्त असर है और मेट्रोपोलिटन शहरों में रहने वाले मोटे लोगों के जीवनकाल में, जिनकी उम्र 20 साल है, महिलाओं में मधुमेह होने का खतरा 86 प्रतिशत एवं पुरूषों में 87 प्रतिशत है। 

ज‍िनका BMI है कम 
इसमें यह भी कहा गया है कि जिनका बीएमआई कम है, उनके मधुमेह मुक्त रहने का अनुमान है। बीस साल के मोटे लोगों के बारे में अनुमान लगाया गया है कि उनकी शेष उम्र का आधा मधुमेह से मुक्त हो सकता है। वैज्ञानिकों ने इसमें कहा है कि जिनका बीएमआई सामान्य है, उनके शेष बचे उम्र में अधिकतर समय मधुमेह मुक्त रहने का अनुमान है ।