- स्कंदमाता भी पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं। मां भगवती के इस स्वरूप को अत्यंत दयालु माना जाता है।
- तृतीया व चतुर्थी एक साथ होने की वजह से नवरात्र 2021 के चौथे दिन पंचमी तिथि रहेगी
- नवरात्रि के पांचवें दिन अपनों को इस अंदाज में दें बधाई।
नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा का विधान है। स्कंदमाता मां भगवती का पांचवा स्वरूप हैं। तृतीया व चतुर्थी एक साथ होने की वजह से नवरात्र के चौथे दिन पंचमी तिथि रहेगी और मां स्कंदमाता का पूजन किया जाएगा। माता के इस स्वरूप को अत्यंत दयालु माना जाता है। कहते हैं कि देवी दुर्गा का यह स्वरूप मातृत्व को परिभाषित करता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार स्कंदमाता भी पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं। मां कमल के फूल पर विराजमान अभय मुद्रा में होती हैं इसलिए इन्हें पद्मासना देवी और विद्या वाहिनी दुर्गा भी कहा जाता है।
इस दिन विधि विधान से माता के चौथे स्वरूप स्कंदमाता की पूजा अर्चना करने से निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ऐसे में नवरात्रि के चौथे दिन हम आपके लिए कुछ शानदार कोट्स लेकर आए, जिससे आप अपनों को नवरात्रि की बधाई दे सकते हैं।
Happy Navratri 2021 Day 4, Maa Skandmata Wishes
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमो नम:
नवरात्रि के चौथे दिन की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
सुख, शांति एवं समृद्धि की
मंगलमय कामनाओं के साथ
आपको एवं आपके परिवार को शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन की
हार्दिक शुभकानाएं।
स्कंदमाता आपको सुख समृद्धि वैभव एवं ख्याति प्रदान करें।
मां का रूप है कितना मनभावन, तन, मन
और जीवन हो गया पावन,
मां के कदमों की आहट से गूंज उठा मेरा घर आंगन
नवरात्रि के चौथे दिन की हार्दिक शुभकामनाएं
स्कंदमाता आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें।
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।
हे मां भगवती भटक जाऊं कभी सही राह से तो मुझे सही रास्ता दिखा देना।
इस दुनिया में मेरे जो भी हैं बिगड़े काम बना देना
जय स्कंदमाता की।