मुख्य बातें
- फिश पेडिक्योर का इन दिनों चलन बढ़ता जा रहा है
- इसे लोग फिश स्पा के नाम से भी जानते हैं
- लेकिन इसके कई फायदे और नुकसान हो सकते हैं
नई दिल्ली: मछली से स्पा का आजकल बहुच चलन है। त्वचा की देखभाल के लिए यह एक शौक के रुप में सामने उभरकर आ रहा है। इसमें पानी में तैर रही मछलियों से पैरों को मसाज कराया जाता है। छोटी मछलियां पैरों से बैक्टीरिया और डेड स्किन खा जाती हैं जिससे पैरों की त्वचा पहले से काफी सुंदर हो जाती है। यह काफी आरामदेह होता है। खासकर थकावट की स्थिति में अगर आप पैरों को आराम देना चाहते है तो फिश स्पा करा सकते हैं। देश के महानगरों में फिश स्पा कराने वाले सेंटरों की भरमार हो गई है अब कई मॉल में भी यह देखने को मिल रहा है।
फिश पैडिक्योर के लाभ-
- इससे आपके पैरों की गंदगी खत्म हो जाती है।
- पैरों की डेड स्किन खत्म हो जाती है।
- उस समय हमारे दिमाग से इंडोर्फिन नामक रसायन निकलने लगता है, जिससे हमें एक सुखद एहसास होता है।
- यह पैरों को मुलायाम बनाता है।
- खुजली और दाग-धब्बों को भी दूर करता है।
- इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक हो जाता है।
- यह सिरोसिस, मस्सा और कॉलयूसिस नामक पैरों की बीमारियों को दूर करती है।
- मछलियों के गुदगुदी के एहसास से आपको आराम महसूस होता है।
हो सकते हैं नुकसान-
- मछलियों के जरिए स्पा एवं पेडिक्योर से बीमारियां भी हो सकती है।
- चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि फिश पेडिक्योर के कारण एड्स, एचआईवी, सोरायसिस, एक्जीमा एवं अन्य त्वचा रोग फैल रहे हैं।
- ये मछलियां खुद कई तरह के जीवाणुओं एवं बीमारियों को फैलाती है
- मधुमेह से पीडित लोगों के लिए यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
- अगर संपर्क में आई मछली को कोई बीमारी हुई तो वह आपको भी हो सकती है।