- पिता बेचते हैं सब्जी, बेटे ने रच दिया इतिहास
- आकाश सोनकर ने जीता नेशनल पदक
- आकाश सोनकर के परिवार में खुशी का माहौल
Lucknow Akash Sonkar: पिता भले ही सब्जी का ठेला लगाते हो लेकिन बेटे ने पदक जीतकर पूरे परिवार का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया है। वहीं परिवार के लिए रविवार का दिन खुशी से भरा रहा। लखनऊ निवासी सहजराम सोनकर के बेटे आकाश सोनकर ने पुणे में आयोजित ऑल इंडिया कराटे चैंपियनशिप में सीनियर वर्ग की कुमिते स्पर्धा (50 किग्रा) में कांस्य पदक जीतकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। वहीं इससे पहले आकाश ने लखनऊ में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर यूपी टीम में जगह बनाई थी। अब उसने नेशनल पदक जीतकर बड़ी सफलता हासिल की है।
बताया दें कि एनजीपी कॉलेज में बीपीएड द्वितीय वर्ष के छात्र आकाश सोनकर ने दमनदीव के राहुल, कर्नाटक के समीर और मध्य प्रदेश के अभिजीत को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। लेकिन यहां उसे तमिलनाडु के राजमूर्ति ने हरा दिया।
आकाश ने 2018 में भी जीता था कांस्य पदक
बताया गया कि आकाश सोनकर ने 2018 में इंदौर में आयोजित स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेशनल गेम्स में कुमिते वर्ग में कांस्य पदक जीता। यूपी कराटे एसोसिएशन के सचिव जसपाल सिंह का कहना है कि आकाश सोनकर पिछले पांच साल से कराटे की ट्रेनिंग ले रहा है। उन्होंने कहा कि आकाश सोनकर की कामयाबी के पीछे सबसे ज्यादा पिता की भूमिका है। खास बात यह है कि पिता सहजराम सोनकर ने अपने बेटे को अपने काम में साथ लगाने के बजाय उसे खेलो में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। वहीं पिता की प्रेरणा पाकर ही आकाश सोनकर ने आज यह मुकाम हासिल किया है।
आकाश सोनकर बोले- यादगार है नेशनल पदक
नेशनल पदक जीतने के बाद आकाश सोनकर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि मेरी तैयारियां अच्छी थीं लेकिन नेशनल में पदक जीतने को लेकर संशय था। बताया कि सेमीफाइनल में कुछ अंकों से चूक गया नहीं तो मेरे पदक का रंग बदल सकता था। आकाश सोनकर ने कहा कि नेशनल में जीता पहला पदक यादगार है, यहां अच्छा प्रदर्शन करके देश के लिए खेलने का मौका मिल सकता है।