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यूपी की सियासत में 100 विधायकों पर चर्चा , एसपी- बीजेपी में जुबानी जंग तेज

Updated Sep 08, 2022 | 11:30 IST

सियासत में असंभव तो कुछ भी नहीं है। 2022 में समाजवादी पार्टी को जनता ने सिरे से नकार दिया। लेकिन बिहार में सियासी बदलाव के बाद उन्हें बैकडोर ही सही उन्हें यूपी में भी बदलाव की संभावना नजर आ रही है। उन्होंने डिप्टी सीएम केशव मौर्य का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उनके पास 100 विधायक हों तो मदद कर सकते हैं बदले में बीजेपी ने करारा जवाब दिया है।

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अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दिया है ऑफर

यूपी की सियासत इस समय 100 विधायकों के मुद्दे पर चर्चा में है। हाल ही में अखिलेश यादव ने कहा कि अगर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ 100 विधायक हैं तो उन्हें बिहार में हुए बदलाव को ध्यान में रखना चाहिए। अगर वो कुछ सोचते हैं तो समाजवादी पार्टी समर्थन देने के लिए तैयार हैं। अखिलेश यादव के इस बयान के बाद खुद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मैदान में उतरे और कहा कि हकीकत तो यह है कि अखिलेश को अपना कुनबा संभाल कर रखना चाहिए। यहीं नहीं जनता से नकारे जाने के बाद तड़पड़ा रहे हैं। किसी तरह से सत्ता में आने की जुगत में है। उनकी हालत बिन पानी वाली मछली की तरह हो गई है।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया दावा
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के 111 में से लगभग 100 विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं।मौर्य ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को उस प्रस्ताव का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर मौर्य 100 भाजपा विधायकों का समर्थन जुटाते हैं, तो सपा उन्हें मुख्यमंत्री बनाएगी।मौर्य ने अखिलेश यादव की टिप्पणियों का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि सपा प्रमुख अपने विधायकों को साथ नहीं रख पा रहे है, ऐसे में वह इस तरह की पेशकश कैसे कर सकते हैं।

अखिलेश यादव की तड़प मछली की तड़प जैसी
उन्होंने कहा, "विधानसभा चुनाव हारने के बाद अखिलेश ऐसे तड़प रहे हैं, जैसे मछली पानी से बाहर आने पर तड़पती है। समाजवादी पार्टी अब समस्ती पार्टी है जो अपने अंत के करीब है।"मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार के पास प्रचंड बहुमत है और उसे किसी अन्य दल को तोड़ने की जरूरत नहीं है।प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और एक ओबीसी नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी अखिलेश की टिप्पणी का तुरंत जवाब दिया और उन्हें अपनी ही पार्टी के सांसदों के बारे में चिंता करने की सलाह दी।

केशव मौर्य मजबूती से बीजेपी के साथ

चौधरी ने कहा, "अखिलेश केशव मौर्य के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। वह मजबूती से हमारे साथ हैं और उनकी चिंता करने के बजाय, अखिलेश को अपने गठबंधन सहयोगियों, अपने परिवार, अपनी पार्टी और अपनी पार्टी के विधायकों के बारे में अधिक चिंता करनी चाहिए। जिनमें से कई हमारे संपर्क में हैं।"बता दें, 2017 विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने मौर्य को मुख्यमंत्री नहीं बनाया था। इस पर तंज कसते हुए सपा और अन्य विपक्षी दलों ने तब कहा था कि मौर्य ओबीसी समुदाय से हैं, इसलिए उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया।उन्होंने आगे कहा कि अगर मौर्य 100 भाजपा विधायकों का समर्थन जुटाते हैं, तो सपा उन्हें खुद मुख्यमंत्री बनाएगी।

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)

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