- प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
- गाजीपुर को लखनऊ से जोड़ेगा 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
- दिल्ली से गाजीपुर की यात्रा करने में अब लगेगा 10 घंटे का समय
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में आज दोपहर 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। एक्सप्रेसवे का उद्घाटन समाराह सुल्तानपुर जिले के करवाल खीरी में होगा। इस एक्सप्रेसवे के बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में मंगलवार को दिन खास होने वाला है। मंगलवार को दिन के 1.30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होगा। उत्तर प्रदेश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में यह एक्सप्रेसवे कई तरह के अवसर लेकर आएगा। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में कनेक्टिविटी का जाल फैलाना चाहती है। उसकी योजना राज्य के सभी हिस्सों को एक्सप्रेसवे से जोड़ने की है।
22,494 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे 22,494 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। यह एक्सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास में नई इबारत लिखने जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस से यूपी में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। एक तरफ पूर्वांचल एक्सप्रेस वे प्रदेश में आवागमन को आसान बनाएगा, वहीं दूसरी तरफ उपेक्षित स्थानों की प्रगति का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। हालांकि, भाजपा और सपा के बीच इस एक्सप्रेसवे का श्रेय लेने की होड़ मची है। जानिए इस एक्सप्रेसवे की खास बातें-
- एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के समय 3.2 किलोमीटर हवाई पट्टी पर सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर और मिराज-200 लड़ाकू विमान अपने पराक्रम एवं शौर्य का प्रदर्शन करेंगे।
- करीब 341 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर के बाद मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्या, सुल्तानपुर, अमेठी, बाराबंकी से होकर गुजरेगा। दिल्ली से गाजीपुर जाने में अब 10 घंटे का समय लगेगा।
- इस एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल में विकास को रफ्तार मिलेगी। यूपी की सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक छह लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करवाया था। इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है। इसे भविष्य में आठ लेन करने की योजना है।
- इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, 07 आरओबी, 07 दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अंडरपास तथा 503 पुलियों का निर्माण किया गया है।
- एक्सप्रेस-वे के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक विकास के नजरिए से विकसित किया जाएगा और इसके दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा। इन गलियारों में खाद्य प्रसंस्करण, एमएसएमई इकाइयां, वेयरहाउस और लॉजिस्टिक पार्क बनाने की योजना पर काम हो रहा है।
- आपातकालीन स्थिति में इस एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन उतारे जा सकेंगे। इस एक्सप्रेस वे पर अयोध्या जनपद में 3.20 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान के टेक ऑफ और लैंडिंग कर पाएंगे।
- गाजीपुर के हैदरिया गांव से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेस लखनऊ में चांद सराय गांव पर जाकर खत्म होगा। 340 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा, जिस पर दूरी लगभग तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी।