- एक जून पूरे यूपी में रोडवेज की बसें चल सकती हैं
- फिलहाल ग्रीन जोन में बसों को चलाने की दी गई है इजाजत
- कुछ खास ऐहतियात के साथ बसों को किया जा सकता है संचालित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने सोमवार को कहा कि वह एक जून से बसों का सामान्य परिचालन शुरू कर सकता है लेकिन सब कुछ लॉकडाउन को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार के निर्देशों पर निर्भर करेगा।निगम के प्रबंध निदेशक राज शेखर ने यहां संवाददाताओं को बताया कि निगम मुख्यालय के संज्ञान में आया है कि कई वेबसाइट और सोशल मीडिया पर एक जून से बसों के परिचालन को लेकर कुछ सूचना है । परिचालन 31 मई के बाद लॉकडाउन को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार के निर्देशों पर निर्भर करेगा ।
1 जून से सड़कों पर दौड़ सकती हैं बसें
उन्होंने कहा,‘‘हम परिचालन की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि समय कम बचा है । परिचालन की तारीख, समय और रूपरेखा को लेकर अंतिम फैसला पूरी तरह से लॉकडाउन को लेकर किसी निर्णय पर निर्भर करेगा। हम इस बात की तैयारी कर रहे हैं कि संक्षिप्त समय के नोटिस पर भी परिचालन शुरू किया जा सके ।’’
यूपी में कोरोना की ताजा तस्वीर
सार्वजनिक परिवहन को पूरे प्रदेश में खोले जाने के संदर्भ में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद कितनी है इसे समझना भी जरूरी है। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के रविवार को 254 नए मामले आए और राज्य में अब तक इस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या 161 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन में बताया गया कि मौत के छह नये मामलों कानपुर नगर में दो और अलीगढ़, फिरोजाबाद, एटा तथा आजमगढ़ में एक-एक मामजे हैं।
अब तक सबसे अधिक मौत आगरा में
बुलेटिन में बताया गया कि अब तक सबसे अधिक 33 मौत आगरा में हुईं। मेरठ में 20, अलीगढ़ में 12, कानपुर में 11, मुरादाबाद में 11 और फिरोजाबाद में आठ लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हुई है। गौतम बुद्ध नगर जिले से कोविड-19 के 17 नए मामले सामने आए। मेरठ और देवरिया में 15-15 मामले, अमरोहा और वाराणसी में 13-13, रामपुर और लखीमपुर खीरी में 12-12, गोंडा में 11, आजमगढ़ में नौ और बरेली में आठ नए मामले सामने आए हैं। 3,538 लोग पूर्णतया सही होकर अपने घरों को जा चुके हैं। राज्य में 2,569 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।