- अलग अलग राज्यों से 25 लाख श्रमिक आए हैं उत्तर प्रदेश
- सभी को रोजगार देना योगी सरकार की प्राथमिकता
- अधिकारियों को निर्देश, जनपद स्तर पर तैयारी करें मौके
Yogi Adityanath to provide discount in shops and houses to migrant workers: 25 लाख प्रवासी श्रमिकों की सकुशल घर वापसी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें सस्ते घर और दुकानें देने की योजना तैयारी की है। सरकार श्रमिकों को जीएसटी और नक्शे में छूट सहित कई तरह की बुनियादी सुविधाएं भी देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को अपने आवास 5 कालिदास मार्ग पर टीम 11 की बैठक में अफसरों को यह निर्देश दिए।
टीम – 11 की बैठक में सीएम योगी ने कामगार/ श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन व इसके दायित्वों को लेकर चर्चा की। इसी के साथ उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 16 लाख कामगारों व श्रमिकों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। सरकार अब इन कामगारों व श्रमिकों को रोजगार/ नौकरी के लिए सस्ते दर पर दुकानें व आशियाना देने पर विचार कर रही है।
बिजली, पानी सहित बुनियादी सुविधाओं की सौगात
इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि सरकार इन घरों और दुकानों में जीएसटी और नक्शे में छूट के अलावा बिजली, पानी, सीवर समेत सारी सहूलियतें प्रदान करेगी। स्किलिंग के जरिए जनपद स्तर पर ही सेवायोजन कार्यालय के माध्यम से रोजगार/ नौकरी दिलाने की प्राथमिकता सरकार की है।जनपद के बाहर रोजगार/ नौकरी दिलाने में भी राज्य सरकार मदद करेगी और इसके लिए प्रदेश स्तरीय कमेटी बनाएगी।
लोन दिलाने में मदद करेगी यूपी सरकार
जानकारी के अनुसार, जनपद व जनपद के बाहर रोजगार/ नौकरी करने वालों के लिए आवासीय सुविधा में श्रमिकों की मदद सरकार करेगी। इसके लिए बड़ी संख्या में सस्ते और बेहतर डोरमेट्री और सस्ती व बेहतर दुकानें बनाने की योजना है। डोरमेट्री व दुकानों के लिए सरकारी भवनों व सरकारी भूमि चिन्हित की जाएंगी। अगर कोई मजदूर खुद का रोजगार शुरू करना चाहता है तो बैंक से मदद दिलाने में भी सरकार प्रमुख भूमिका निभाएगी।
कामगारों से संवाद कर फीडबैक लें अफसर
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा है कि helpline के माध्यम से कामगारों से संवाद कर उनका हाल चाल एवं फ़ीड्बैक लिया जाए। इसी के साथ बाकी कामगारों एवं श्रमिकों की स्किल मैपिंग का कार्य आगामी 15 दिनों में पूरा कर लिया जाये।
16 लाख श्रमिकों की स्किल मैपिंग पूरी
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि स्किल मैंपिंग की पहली लिस्ट में ही ऑटो मोबाइल व कार और बाइक रिपेयर से संबंधित 1527 श्रमिक आए हैं। इसी प्रकार 16 हजार 262 कॉरपेंटर, 9006 ड्राइवर, 1 लाख 52 हजार रियल स्टेट से संबंधित श्रमिक, 306 डाटा इंट्री ऑपरेटर, 4980 इलेक्ट्रीशियन, फर्नीचर फिटिंग में हुनरमंद 2234 श्रमिक, गारमेंट व टेलरिंग 12 हजार 103, 26 हजार पेंटर, हेंडी क्राफ्ट से संबंधित 1294 कारीगर, 424 नर्स, 202 संगीत शिक्षक और 3364 सिक्योरिटी गार्ड आए हैं।