- टीबी मरीजों को गोद लेने के क्रम में उनको दिया जा रहा पोषण किट
- क्षय रोगियों की जांच और इलाज निशुल्क
- सदर अस्पताल में 334 मरीजों का चल रहा इलाज
TB Free Lucknow : क्षय रोगियों को बेहतर इलाज के साथ पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने के लिए राज्यपाल ने गोद लेने की पहल की है। इसी क्रम में शनिवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कैलाश बाबू के नेतृत्व में छावनी परिषद स्थित अस्पताल में क्षय रोगियों के “गोद लिए जाने” का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान टीबी के पांच मरीजों को गोद लिया गया। पावर विंग्स फाउण्डेशन द्वारा पांचों मरीजों को पोषण किट प्रदान की गयी।
पावर विंग्स फाउण्डेशन में परिवर्तन मुहिम की अध्यक्ष प्राची श्रीवास्तव ने कहा कि, हमने पुष्टाहार वितरण का संकल्प लिया है और जब तक मरीज ठीक नहीं हो जाते तब तक उनको हर महीने पौष्टिक आहार दिया जाएगा।
मरीज को दिया जा रहा भत्ता
पावर विंग्स फाउण्डेशन की संस्थापक सुमन रावत ने कहा कि, परिवर्तन मुहिम के तहत हम टीबी मरीजों को पोषण किट वितरण कर रहे हैं और सदर अस्पताल में पहले भी टीबी मरीजों को गोद लिया था। ये जब तक ठीक नहीं हो जाते तब तक इनको सपोर्ट किया जाएगा। सरकार दवाई और 500 रुपए भत्ता दे रही है ये पोषण किट उसके अलावा उन्हें सेहतमंद रखेगी। इस पौष्टिक किट में चना, सत्तू, फल, हार्लिक्स, बिस्किट्स, गुड, मूंगफली और दलिया इत्यादि शामिल हैं।
156 टीबी मरीजों को संस्थाओं ने लिया है गोद
सदर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस सी जोशी ने कहा कि, टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है और यह संस्था अच्छा कार्य कर रही है। इसी तरह गोद लिया जाता रहा तो हम वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त कर सकेंगे। सदर अस्पताल के वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राजीव कुमार ने बताया कि, इस समय अस्पताल में 334 मरीजों का इलाज चल रहा है। आठ मरीजों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोद लिया था और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने 156 मरीजों को गोद लिया है।