- ODOP से जुड़े कारीगरों के उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म देने की तैयारी है। जिसके तहत एक ऐप भी लांच किया जाएगा।
- अभी अमेजन, फ्लिपकार्ट, ईबे जैसे ई-कॉमर्स पोर्टल पर ODOP के 11 हजार उत्पाद जुड़े हुए हैं।
- ODOP स्कीम के तहत प्रदेश के 75 जिलों में से एक-एक पारंपरिक प्रोडक्ट का चयन किया गया है।
लखनऊ: ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की बढ़ती मांग को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश सरकार ODOP(वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) का अपना ई-कॉमर्स पोर्टल लांच करने जा रही है। जहां पर ओडीओपी से जुड़े कारीगर अपने उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री कर सकेंगे। इस समय अमेजन, फ्लिपकार्ट, ईबे जैसे ई-कॉमर्स पोर्टल पर ओडीओपी के 11 हजार उत्पाद जुड़े हुए हैं। जिनके जरिए कारीगरों ने 24 करोड़ रुपये की कमाई की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मेगा प्रोजेक्ट है ओडीओपी
प्रदेश के हैंडीक्राफ्ट को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के लिए ओडीओपी से जुड़े कारीगरों के उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म देने की तैयारी है। इसके लिए फिल्ड ट्रायल चल रहा है। नया ई-कॉमर्स पोर्टल पूरी तरह से यूपी के ओडीओपी उत्पादों के लिए यह समर्पित प्लेटफॉर्म होगा। ई कामर्स प्लेटफॉर्म पर कोई भी जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाला कारोबारी अपने उत्पाद बेच सकता है। सरकार की ओर से बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले ओडीओपी के शिल्पकारों को सब वेंडर बनाकर भी कारीगरों को जोड़ा जा रहा है। स्कीम के तहत प्रदेश के 75 जिलों में से एक-एक पारंपरिक प्रोडक्ट का चयन किया गया। जो कि उस जिले की पहचान रहे हैं। सरकार ओडीओपी स्कीम के तहत उन्हें बढ़ावा दे रही है। जिसमें वित्तीय सहयोग, टैक्निकल सहयोग, मार्केटिंग आदि सपोर्ट दिया जा रहा है।
ऐप भी होगा लांच
उत्तर प्रदेश सरकार से मिली जानकारी के अनुसार हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम के साथ ओडीओपी मार्ट बनाया जा रहा है। इससे जीएसटी और बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले शिल्पकारों को भी फायदा मिलेगा। ग्राहक को भी इस बात की गारंटी मिलेगी कि उसने जिस जिले का ओडीओपी उत्पाद खरीदा है, वह विश्वसनीय है। इसके अलाावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ओडीओपी के उत्पादों की निशुल्क कैटेलॉगिंग भी की जा रही है और जल्द ही ओडीओपी मार्ट का ऐप भी लांच किया जाएगा।
15 कैटेगरी में 355 शिल्पकारों ने कराया रजिस्ट्रेशन
अभी फ्लिपकार्ट, अमेजन और ईबे जैसे ई-कॉमर्स पोर्टल पर ओडीओपी के 15 कैटेगरी के 11 हजार उत्पाद रजिस्टर्ड है। जिसके लिए 355 शिल्पकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले ढाई साल में ऑनलाइन कारोबार के माध्यम से शिल्पकारों ने 24 करोड़ से अधिक का कारोबार किया है।