- 'माफियाओं से जब्त की गई जमीन पर दलित और गरीब समाज से जुड़े लोगों के घर बनेंगे'
- यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ का ऐलान
- 'माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ यूपी सरकार की मुहिम रहेगी जारी'
यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में होने हैं, लेकिन उससे पहले राजनीतिक चौसर पर पांसे फेंके जा रहे हैं। यूपी विधानसभा ने सप्लीमेंट्री बजट पेश करने के साथ ही अपने इरादे साफ कर दिये कि समाज का हर एक तबका उसके लिए मायने रखता है तो दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया कि माफियाओं की जो जमीन जब्त की गई है उस पर गरीबों और दलित समाज से जुड़े लोगों के मकान बनाए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि "कुछ लोग अपने राज्य में दुर्दांत माफ़ियाओं को छिपाये थे,अब फिर उनको अपने पक्ष करने की होड़ लगेगी,लेकिन ये याद रखें कि जो माफ़ियाओं के पीछे जाएगा उसके पीछे पीछे बुलडोज़र भी जाएगा"।
विधानसभा में योगी आदित्यनाथ का कड़क अंदाज
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार का स्पष्ट मत है कि समाज में हर किसी को कानूनी अधिकार मिला हुआ है। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपने आपको कानून से ऊपर रखा। उनकी निगाहें लोगों की जमीनों पर लगी रहती थीं, मौका मिलते ही कब्जा कर लेते थे। लेकिन उस तरह की प्रवृत्ति पर सरकार ने नकेल कसने का काम किया और कामयाबी भी मिली। वो एक बार फिर उन माफियाओं से कहना चाहते हैं कि कब्जे वाली जमीन को मुक्त कर दें,अन्यथा उनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महंगाई पर अखिलेश यादव ने घेरा
एक तरफ योगी आदित्यनाथ, सदन के अंदर से माफियाओं और गुंडों को संदेश दे रहे थे तो दूसरी तरफ सड़क पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव योगी सरकार की घेरेबंदी कर रहे थे। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट थे जिसके जरिए बताया कि बीजेपी सरकार में हर एक शख्स की जिंदगी में अंधेरा छाया हुआ है।
- महँगा सिलेंडर’ बना मुड्डा चूल्हे पर सिक रहा है भुट्टा
- रसोई गैस के दाम 25 रुपया और बढ़ाकर भाजपा सरकार ने आम लोगों के घरों के चूल्हे ‘बुझा’ दिये हैं। उज्ज्वला योजना का नाम बदलकर ‘बुझव्वला योजना’ कर देना चाहिए।
- हवा-हवाई बातें करने वाले भाजपाइयों को समझ आ गया है कि उनके बस का कुछ भी नहीं है इसीलिए वो उप्र की हवाई पट्टियों तक को पूंजीपतियों के हाथ में सौंप रहे हैं और लगता है ख़ुद से ही कह रहे हैं कि ‘हम से न हो पाएगा’। भाजपाई सब कुछ बेचकर चैन की नींद सोना चाहते हैं।
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि आम लोग यह मानते हैं कि योगी सरकार ने कम से कम संगठित माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ जो मुहिम चलाई वो पूर्ववर्ती सरकार में नहीं हुई थी। अब ऐसे लोगों को यकीन होता है कि जिन बाहुबलियों की वजह से उनकी जमीनों पर कब्जा हो गया या उन्हें परेशान करने की कोशिश की गई उनके ऊपर योगी जी का डंडा चल रहा है। कभी ना कभी वो लोग भी बेखौफ होकर अपनी आवाज उठा सकते हैं, जहां तक विपक्ष के विरोध का सवाल है तो पिछले साढ़ें चार साल में जनता से कटे रहे। यह बात आम जन को भी समझ में आती है।